नक्सलियों का सीएम के नाम पत्र: साय बोले- वे पहले हिंसा छोड़कर मुख्यधारा से जुड़ें, सरकार उनके साथ न्याय करेगी
सीएम विष्णु देव साय ने नक्सलियों के पत्र पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा- नक्सली हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में लौटें, हम उनके साथ न्याय करेंगे।
नक्सली हिंसा छोड़ विकास की मुख्यधारा से जुड़े- सीएम साय
रायपुर। सीएम विष्णु देव साय दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। इसके पूर्व उन्होंने नक्सलियों के प्रस्ताव पर मीडिया से चर्चा करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है।कहा- 31 मार्च को नक्सलवाद पूरी तरह समाप्त होने के बाद बस्तर में विकास पहुंचाना है। सरकार की नियद नेल्लानार योजना से सुदूर इलाकों में विकास पहुंच रही है। अब एग्रीकल्चर, पर्यटन सभी को आगे बढ़ाना है।
सीएम साय ने कहा- होम स्टे को भी नई उद्योग नीति में शामिल किया गया है। इन सभी के विकास से बस्तर में विकास होगा। नक्सलियों ने सरेंडर के लिए सीएम को पत्र लिख समय मांगा है। मामले में सीएम साय ने कहा- जब से हम सरकार में आए तब से आह्वान कर चुके हैं। नक्सली हिंसा छोड़ विकास की मुख्यधारा से जुड़ें। सरकार नक्सालियों साथ न्याय करेगी।
नक्सलियों ने सरकार के सामने रखा नया प्रस्ताव
वहीं सुरक्षाबलों के लगातार आपरेशन और अपने साथियों के मारे जाने की बढ़ती संख्या से नक्सल संगठन में दहशत है। इसी के चलते नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी ने अब सरकार के समक्ष नया प्रस्ताव रखा है। इस प्रस्ताव के मुताबिक, नक्सली सरकार के सामने हथियार डालकर पुनर्वास योजना स्वीकार करने को तैयार है। नक्सलियों के प्रवक्ता अनंत ने महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्रियों के नाम इसके लिए पत्र जारी किया है।
हथियार डालने को तैयार नक्सली
पत्र में अनंत ने लिख है कि, सरकारें उन्हें हथियार डालने के लिए 15 फरवरी 2026 तक का समय दें। अनंत की ओरन से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है कि, हमारे प्रस्ताव पर सरकार की ओर से प्रतिक्रिया का इंतजार किया जाएगा। सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलने पर अगली प्रेस रिलीज में हथियार डालने की तारीख घोषित कर देंगे।
संघर्ष पर अस्थाई विराम का निर्णय
प्रवक्ता ने कहा है कि, केंद्रीय कमेटी के सदस्य और पोलित ब्यूरो मेंबर कॉमरेड सोनू दादा ने बदलती परिस्थितियों में सशस्त्र संघर्ष को अस्थाई तौर पर विराम देने का फैसला किया है। उनके इस फैसले का समर्थन समर्थन CCM सतीश दादा और CCM चंद्रन्ना ने भी की है। इसी सामूहिक निर्णय के लिए संगठन ने समय मांगा है।
एंटी नक्सल ऑपरेशन रोकने की अपील
नक्सलियों की ओर से जारी पत्र में सरकार से एंटी नक्सल ऑपरेशनों पर फिलहाल रोक लगाने की मांग की गई है। साथ ही, सरकार से रेडियो पर उनके संदेश को प्रसारित करने का अनुरोध किया है ताकि दूर-दराज क्षेत्रों में मौजूद साथियों तक सूचना पहुंच सके, क्योंकि यह उनके पास बाहरी दुनिया से अपडेट रहने का एकमात्र विश्वसनीय माध्यम है।
कुछ पत्रकारों और नेताओं से मिलने का अवसर मांगा
जारी पत्र में नक्सलियों की ओर से कहा गया है कि, इस बीच उन्हें कुछ जनप्रतिनिधियों, पत्रकारों और यूट्यूबरों से हमें मिलने का अवसर दिया जाए। ऐसा करने से हम हथियार डालने की तारीख तय कर जल्द घोषणा कर सकें। समिति ने मध्यस्थों से भी सरकार और संगठन के बीच संवाद बढ़ाने की अपील की है।