ठंड में उबला अंडा: पहली बार दाम चिल्हर में आठ रुपए

रायपुर गुलाबी ठंड के बढ़ने के साथ ही प्रदेश में अंडों की खपत में भी रोज इजाफा हो गया है। प्रदेश के लोग रोज 60 लाख अंडे डकार रहे हैं।

Updated On 2025-11-28 10:40:00 IST

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रायपुर। रायपुर गुलाबी ठंड के बढ़ने के साथ ही प्रदेश में अंडों की खपत में भी रोज इजाफा हो गया है। प्रदेश के लोग रोज 60 लाख अंडे डकार रहे हैं। अंडों की खपत में इजाफा होने के कारण इसके दाम पहली बार चिल्हर में आठ रुपए पहुंच गए हैं। थोक में इसके दाम जहां साढ़े सात रुपए हैं, वहीं पोल्ट्री फार्म में ही दाम पौने सात रुपए हो गए हैं। इस साल तो गर्मी में खपत कम होने के बाद भी दाम सात रुपए हो गए थे। आमतौर पर गर्मी में दाम कम हो जाते हैं।

छत्तीसगढ़ की गिनती देश के अंडों का ज्यादा उत्पादन करने वाले राज्यों में होती है। अपने प्रदेश में रोज 80 लाख अंडों का उत्पादन होता है। इसमें से 45 से 50 फीसदी अंडे दूसरे राज्यों में जाते हैं, बाकी अंडों की खपत अपने राज्य में होती है। गर्मी के समय में जब खपत कम हो जाती है, तब बहुत परेशानी होती है। उत्पादन तो रुक नहीं सकता, ऐसे में अंडों को कोल्ड स्टोरेज में रखना पड़ता है।

पहली बार इतने दाम
मानसून में अंडों के दाम चिल्हर में पांच रुपए थे, लेकिन मानसून के जाने के बाद ठंड के प्रारंभ में ही अंडों की कीमत इजाफा होना प्रारंभ हुआ। इस माह के प्रारंभ में रायपुर में चिल्हर में सात रुपए कीमत हो गई थी। तब पोल्ट्री फार्म में दाम 5.60 रुपए से 5.75 रुपए थे। थोक कारोबारियों के यहां पर दाम 6.25 रुपए और किराना दुकानों के साथ चिल्हर कारोबारियों को पहुंचाकर वेंडर 6.35 से 6.50 रुपए में अंडे दे रहे थे। ऐसे में चिल्हर कारोबारी सात रुपए में बेच रहे थे। अब तो इसके दाम और ज्यादा हो गए हैं। अब तो पोल्ट्री में ही थोक में दाम पौने सात रुपए हैं। पोल्ट्री वाले ही चिल्हर में 30 अंडों का एक क्रेट लेने पर साढ़े सात रुपए के दाम से 225 रुपए में एक क्रेट बेच रहे हैं। इतने ही दाम बड़ी चिकन दुकानों में हैं, जहां पर अंडे सीधे पोल्ट्री फार्म से आते हैं। जहां तक किराना दुकानों का सवाल है तो वहां पर आठ रुपए के दाम से ही अंडे बिक रहे हैं। एक दर्जन लेने पर भी 96 रुपए लग रहे हैं। किराना दुकानों तक वेंडर पहुंचाकर साढ़े सात रुपए में अंडे दे रहे हैं।

खपत बढ़ी
प्रदेश में रोज अंडों का 80 लाख उत्पादन होता है। इसमें से 35 से 40 लाख अंडे दूसरे राज्यों में जाते हैं, बाकी अंडों की खपत अपने राज्य में होती है, पर इस समय अपने राज्य में ही रोज 60 लाख से ज्यादा की खपत हो रही है। दूसरे राज्यों में 18 से 20 लाख अंडे ही जा पा रहे हैं। आने वाले समय में खपत में और इजाफा हो सकता है।

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