रायपुर लाया गया बिश्नोई गैंग का गैंगस्टर: शूट-आउट केस में आरोपी है मयंक सिंह
कुख्यात गैंगस्टर मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा को राजधानी पुलिस झारखंड, रामगढ़ जेल से बुधवार को प्रोटेक्शन वारंट में गिरफ्तार कर रायपुर लाई है।
विश्नोई गैंग के गैंगस्टर मयंक सिंह
रायपुर। कुख्यात गैंगस्टर मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा को राजधानी पुलिस झारखंड, रामगढ़ जेल से बुधवार को प्रोटेक्शन वारंट में गिरफ्तार कर रायपुर लाई है। मयंक सिंह को रामगढ़ पुलिस ने अपनी सुरक्षा में रायपुर लाकर क्राइम ब्रांच पुलिस के सुपुर्द किया है। गिरफ्तार गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई गैंग से भी जुड़ा है। वह झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर एनकाउंटर में ढेर अमन साव गैंग के साथ मिलकर कारोबारियों से प्रोटेकश्न मनी के रूप में फिरौती वसूली करने का कार्य करता था। रायपुर लाने के बाद स्थानीय पुलिस ने मयंक सिंह को कोर्ट में पेश कर पूछताछ करने सात दिनों की पुलिस रिमांड की मांग की है। पुलिस को चार दिनों की रिमांड हासिल हुई है।
पुलिस के मुताबिक, मयंक ने अमन के साथ मिलकर रायपुर के कोयला कंस्ट्रक्शन कारोबारी प्रहलाद राय और पीआर ग्रुप के संचालक के कार्यालय पर अपने शूटरों की मदद से फायरिंग करवाई थी। मयंक सिंह को झारखंड एटीएस ने इंटरपोल की मदद से अगस्त में अजरबैजान से गिरफ्तार किया था। मयंक के खिलाफ राज्य के कोरबा, रायपुर, रायगढ़ सहित देश के अलग-अलग राज्यों में 40 से ज्यादा अपराध दर्ज हैं। अमन तथा मयंक द्वारा संचालित गिरोह झारखंड में सड़क निर्माण तथा कोल कारोबार से जुड़े कारोबारियों से प्रोटेक्शन मनी की मांग करता था। प्रोटेक्शन मनी नहीं देने पर कारोबारियों से वसूली करने फायरिंग करवाते थे।
कारोबारी के कार्यालय के बाहर फायरिंग
तेलीबांधा थाना क्षेत्र में पिछले वर्ष एक जुलाई को कोल तथा कंस्ट्रक्शन कारोबारी प्रहलाद राय और पीआर ग्रुप के संचालक के कार्यालय के बाहर फायरिंग की घटना हुई थी। घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया था, जिसमें बाइक सवार बदमाशों ने दो राउंड फायरिंग की थी। इसमें एक हवा में और दूसरी फायरिंग कार पर की गई थी। आरोप है कि मयंक सिंह ने यह गोली चलवाई थी।
विदेश में बैठकर गैंग ऑपरेट
पुलिस अफसरों के अनुसार, मयंक सिंह विदेश में बैठकर अमन साव के साथ मिलकर गैंग ऑपरेट कर रहा था। वह डंकी रूट के जरिए विदेश पहुंचा था। पहले सिंगापुर फिर ईरान, मेक्सिको होते हुए अमेरिका तक गया और वहीं से गैंग का संचालन करता रहा। अब उसके प्रत्यर्पण के बाद पुलिस उससे अमन साव और लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े कई अहम सवाल पूछ कर गैंग से जुड़े अन्य लोगों के बारे में जानकारी जुटाएगी।
ढेर होने के बाद अमन के गैंग पर कब्जा
फिरौती तथा जबरन वसूली के आरोप में रायपुर जेल में बंद गैंगस्टर अमन साव को झारखंड पुलिस ने इसी साल मार्च में एनकाउंटर में ढेर किया था। मरने के बाद अमन के गैंग पर पूरा नियंत्रण मयंक सिंह का हो गया था। साथ ही उसने सोशल मीडिया के माध्यम से अमन को ढेर करने वाले | पुलिसकर्मियों से बदला लेने की धमकी दी थी।
मीडिया को ई-मेल करके बताया था टारगेट
16 जून 2024 को छत्तीसगढ़-झारखंड के कोल और कंस्ट्रक्शन कारोबारियों को मारने आए आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद मयंक सिंह ने छत्तीसगढ़ के मीडिया को एक धमकी भरा ई-मेल भेजा था। इसमें उसने गिरफ्तारी को षड्यंत्र बताया था। साथ ही रंगदारी मांगने की बात से इनकार करते हुए ईगो हर्ट करने की बात कही थी। वहीं मेल में बदला लेने की धमकी दी गई थी। गैंगस्टर ने कहा था कि कारोबारियों के परिवार से एक आदमी कम करेंगे। मेल को लेकर रायपुर एसएसपी ने जांच कराने की बात कही थी।