ईष्ट देवों के अपमान पर उबाल: सिंधी समाज के नेतृत्व में कई समाज के लोगों का प्रदर्शन, 6 नवंबर को बस्तर बंद का ऐलान
बस्तर में सिंधी समाज ने देवताओं और समाज पर की गई अभद्र टिप्पणी के विरोध में प्रदर्शन किया। कार्रवाई नहीं हुई तो 6 नवंबर को बस्तर रहेगा बंद रहेगा की चेतावनी दी है।
प्रदर्शन करते हुए समाज के लोग
अनिल सामंत- जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर में एकजुट हुआ सिंधी समाज इष्ट देवताओं पर की गई अभद्र टिप्पणी को लेकर फूट पड़ा है। रायपुर निवासी अमित बघेल (अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ क्रांति सेना) ने सिंधी समाज, अग्रवाल समाज और हिन्दू देवी-देवताओं के प्रति किए गए आपत्तिजनक वक्तव्य के विरोध में जगदलपुर में सिंधी समाज ने जोरदार प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन कोतवाली चौक से प्रारंभ होकर मुख्य मार्ग होते हुए कलेक्टर कार्यालय तक पहुंचा। जहाँ आक्रोशित भीड़ ने मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की। सिंधी समाज ने कहा कि, एफआईआर दर्ज होने के बावजूद पुलिस प्रशासन की चुप्पी समाज के आत्मसम्मान पर चोट है। प्रदर्शन में केवल सिंधी समाज ही नहीं, बल्कि जैन, अग्रवाल, माहेश्वरी, गुजराती, आंध्र, मिथिला, पंजाबी, मराठी, विश्वकर्मा, क्षत्रिय, कायस्थ, बंगाली, उत्कल सहित 20 से अधिक समाजों और संगठनों ने भाग लिया।
जल्द कार्रवाई न होने पर 6 नवंबर को बंद रहेगा बस्तर
बस्तर चेंबर ऑफ कॉमर्स, व्यापारी संघों, विश्व हिंदू परिषद, भाजपा, कांग्रेस, पतंजलि योगपीठ, सक्षम और अन्य संगठनों ने भी इस आंदोलन का समर्थन किया। रैली में शामिल युवाओं और महिलाओं ने अमित बघेल मुर्दाबाद, देवताओं का अपमान नहीं सहेंगे, प्रशासन कार्रवाई करो जैसे नारे लगाकर अपना रोष व्यक्त किया। सिंधी समाज ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि, यदि 48 घंटे में कठोर कार्रवाई नहीं हुई, तो 6 नवंबर को बस्तर बंद रहेगा।
समाज की एकता ने दिया चेतावनी का संदेश
बस्तर के कोतवाली चौक पर जब विभिन्न समाजों के झंडे, तख्तियाँ और नारे एक साथ गूंजे, तो यह केवल एक प्रदर्शन नहीं, बल्कि आस्था की रक्षा का संकल्प था। सिंधी समाज के नेतृत्व में दर्जनों समाजों की उपस्थिति ने यह दिखा दिया कि, देवताओं के अपमान पर कोई भी समाज मौन नहीं रहेगा। यह एक ऐसा क्षण था जब बस्तर की सामाजिक चेतना एक स्वर में बोल उठी संविधान की गरिमा और धार्मिक सम्मान सर्वोपरि है।
बस्तर बंद की तैयारी अब निर्णायक कदम
पूज्य सिंधी पंचायत के जिलाध्यक्ष मनीष मूलचंदानी एवं सिंधी गुरुसंगत गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष सुंदर भोजवानी ने सयुंक्त रूप से कहा सिंधी समाज ने बस्तर बंद की घोषणा करते हुए कहा कि अब समय आ गया है जब अपमान की हर सीमा का जवाब एकता और संयम से दिया जाएगा। समाज के पदाधिकारियों ने बताया कि, चेंबर ऑफ कॉमर्स, मुख्य मार्ग व्यापारी संघ, संजय मार्केट व्यापारी संघ सहित अनेक संगठनों ने बंद का समर्थन किया है। समाज का कहना है कि, यह बंद किसी दल या संगठन के लिए नहीं, बल्कि धर्म, आस्था और सम्मान की रक्षा के लिए है। यदि शासन ने संवेदनशीलता नहीं दिखाई, तो यह आंदोलन प्रदेशव्यापी स्वरूप ले सकता है।