बार अभयारण्य में आबाद हो रहे वनभैंसे: 6 से 10 पहुंची इनकी संख्या, हाल ही में दो भैंसों ने जन्में बच्चे

बलौदाबाजार जिले में स्थित बार नवापारा अभयारण्य वनभैंसों के लिए वरदान साबित हुआ है। यहां इनकी संख्या लगातार बढ़ रही है।

Updated On 2025-09-24 15:25:00 IST

छत्तीसगढ़ का राजकीय पशु वनभैंसा ने बछड़े को जन्म दिया 

कुश अग्रवाल- बलौदा बाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले का बारनवापारा अभयारण्य राजकीय पशु वन भैंसों के लिए अब सुरक्षित और अनुकूल आवास साबित हो रहा है। संरक्षण प्रयासों के फलस्वरूप यहां वन भैंसों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। पहले जहां केवल 6 वन भैंस मौजूद थे, अब यह संख्या बढ़कर 10 हो गई है।

वनमंडलाधिकारी गणवीर धम्मशील ने जानकारी दी कि, छत्तीसगढ़ में राजकीय पशु वन भैंस के संरक्षण और संख्या वृद्धि के लिए वर्ष 2017 में राज्य वन्यप्राणी बोर्ड की बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया था। इसके तहत असम के मानस टाइगर रिजर्व से वन भैंसों को बारनवापारा लाने की अनुमति मिली। भारत सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय से अनुमति प्राप्त कर वर्ष 2020 में 1 नर और 1 मादा तथा वर्ष 2023 में 4 मादा वन भैंसों को यहां लाया गया। इन्हें अभयारण्य के कोठारी परिक्षेत्र में बने 10 हेक्टेयर के विशेष बाड़े में रखा गया।


दो भैंसों ने जन्मे बच्चे
संरक्षण प्रयासों का परिणाम वर्ष 2024 में सामने आया, जब वनभैंसा मानसी ने एक नर शावक को जन्म दिया और एक अन्य मादा ने भी एक बच्ची को जन्म दिया। इसके बाद वर्ष 2025 में 2 मादा और 1 नर बच्चे का जन्म हुआ। हालांकि दुर्भाग्यवश एक मादा शावक की आकस्मिक मृत्यु भी हो गई।

बार ही वनभैंसों के लिए प्रदेश का उपयुक्त स्थान
वर्तमान में बारनवापारा अभयारण्य में कुल 10 वन भैंस सुरक्षित रूप से मौजूद हैं। विशेषज्ञों के अनुसार यह अभयारण्य अब राजकीय पशु के संरक्षण और संवर्धन के लिए उपयुक्त स्थान साबित हो रहा है, जो आने वाले समय में वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि हो सकती है।

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