एनालॉग पनीर का अजीब खेल: दूध पाउडर से बनने वाले इस पनीर के लिए सरकार लाइसेंस भी दे रही और छापे भी मारे जा रहे

प्रदेश के होटल-ढाबों और रेस्तरां में ग्राहकों को छह सौ रुपए किलो तक मिलने वाले पनीर के नाम पर दो सौ रुपए वाले एनालॉग पनीर से बने खाद्य पदार्थ परोसे जा रहे हैं।

Updated On 2025-12-22 13:39:00 IST

File Photo 

रायपुर। प्रदेश के होटल-ढाबों और रेस्तरां में इस नियम का पालन नहीं हो रहा है। आने वाले ग्राहकों को छह सौ रुपए किलो तक मिलने वाले पनीर के नाम पर दो सौ रुपए वाले एनालॉग पनीर से बने खाद्य पदार्थ परोसे जा रहे हैं। दिलचस्प बात ये है कि उत्पाद इकाईयों को जांच दायरे में लाने वाली खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम इन होटलों और ढाबों में जाकर जांच नहीं कर रही है।

कैसे करें पहचान

असली पनीर      

  एनालॉग

नरम 

रबर जैसा लचीला

दूधिया खुशबू 

पाम आयल महक

हल्का मीठापन

चिपचिपा स्वादहीन

मुलायम और स्पंजी

सख्त और चिकनाई युक्त

पानी में रंग बदलाव नहीं स्टार्च के कारण नीला अथवा काला।

एफएसएसएआई जारी कर रहा नियम
स्वास्थ्य पर एनालॉग पनीर के पड़ रहे विपरीत प्रभाव को देखते हुए भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) द्वारा लगातार नियमों में संशोधन किया जा रहा है। इसका उपयोग करने वालों और उत्पाद पर एनालॉग का उल्लेख करने के बाद अब इसकी बिक्री छोटे पैकेटों में किए जाने पर रोक लगाने की तैयारी की जा रही है। साथ ही इसे दूध पनीर बनाकर बेचने वालों पर कड़ी कार्रवाई का प्रावधान किया जा रहा है।

कैसे बनता है एनालॉग पनीर
खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अधिकारियों के मुताबिक, एनालॉग पनीर पाम ऑयल (वनस्पति घी) और मिल्क पाउडर से तैयार किया जाता है। यह पनीर पाम ऑयल में मिल्क पाउडर को मिक्स करके बनाया जाता है। जबकि सामान्यतः पनीर दूध से तैयार किया जाता है। एनालॉग पनीर में सामान्य पनीर से ज्यादा सैचुरेटेड फैट होते हैं, साथ ही इसमें पनीर की तरह मिलने वाले पोषक तत्व नहीं होते हैं।

इनका कहना है
आहार विशेषज्ञ शिल्पी गोयल के अनुसार एनालॉग पनीर में प्रोटीन की मात्रा नहीं होती, इसलिए यह स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद नहीं है। इसकी पहचान आसानी से की जा सकती है। इसे पॉम आयल और मिल्क पावडर से बनाया जाता है, जो सेहत पर विपरीत असर डाल सकता है।

डायटिशियन डॉ. अरुणा पल्टा ने कहा कि केमिकल अथवा कृत्रिम चीजों से बनी कोई भी चीज सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है, एनालॉग पनीर भी कुछ ऐसा ही है। इस पर विस्तृत स्टडी तो नहीं है, मगर वास्तविक खाद्य पदार्थ से नहीं बनने के कारण इसके उपयोग से बचना चाहिए।

इस तरह का हो सकता है खतरा

  1. स्टार्च और सिंथेटिक एडिटिव्स की वजह से कब्ज, पेट फूलने जैसी शिकायत।
  2. पॉम आयल के कारण कोलेस्ट्रॉल और हृदय रोगों का जोखिम बढ़ने का खतरा।
  3. मौजूद वसा के कारण मधुमेह जैसी परेशानियों का जोखिम।
  4. खराब तेल लिवर और किडनी पर अतिरिक्त बोझ डालने वाला हो सकता है।
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