धान से भर गया खरीदी केंद्र : उठाव नहीं होने से नया धान रखने की नहीं बची जगह, पांच दिन से खरीदी बंद

आमदनी समिति मे 16 सौ किसानों का पंजीयन है और अब तक लगभग 11 सौ किसानों का ही धान खरीदी हो पाई है। आमदनी समिति में अब तक 60,112 क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है। 

Updated On 2024-01-08 20:22:00 IST
धान से भर गया खरीदी केंद्र

प्रदीप बोरकर-खैरागढ़। छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ जिले के आमदनी धान खरीदी समिति मे पिछले पांच दिनों से धान खरीदी बंद है। जिसको लेकर किसानों ने मोर्चा खोल दिया है। परिवहन नहीं होने के चलते आमदनी समिति में जगह की कमी हो गई है। जिसके चलते समिति ने धान खरीदने से हाथ खड़े कर दिए हैं। समिति में खरीदी बंद होने के चलते सैकड़ों किसान अपना धान नही बेच पा रहे हैं। 

ज्ञापन सौंपते किसान 

उल्लेखनीय है कि, आमदनी समिति मे 16 सौ किसानों का पंजीयन है। अब तक लगभग 11 सौ किसानों का ही धान खरीदी की गई है। आमदनी समिति में अब तक 60,112 क्विंटल धान की खरीदी अब तक हो चुकी है लेकिन परिवहन व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गयी है। अब तक समिति से 16,190 क्विंटल धान का ही परिवहन हो पाया है। कलेक्टर ने परिवहन को लेकर आदेश भी जारी किया था। आदेश जारी होने के बाद भी धान परिवहन की व्यवस्था नहीं सुधर पाई है। लचर परिवहन के चलते जिले की कई समितियों में आने वाले दिनों में खरीदी व्यवस्था लड़खडानें की आशंका जताई जा रही है।

डीओ जारी होने के बाद नहीं हो रहा परिवहन 

Full View

धान खरीदी शुरू होने के दौरान से ही परिवहन व्यवस्था को लेकर प्रशासन केवल कागजी घोड़े दौड़ा रहा है। डीओ जारी होने के बाद मिलर्स केवल उन समितियों के धान उठाव में रुचि दिखा रहे हैं, जो मुख्य मार्ग के किनारे पर है और जिनकी दूरी मिलों से कम है। लंबी दूरी और आउटर वाले समितियों से धान उठाने के लिए गंभीरता नही दिखाई जा रही हैं। आमदनी समिति से भी अब तक केवल 25 फीसदी धान का ही परिवहन हो पाया है। जिसके कारण दिक्कतें बढ़ गई है। 

किसानों ने कलेक्ट्रेट में सौंपा ज्ञापन 

आमदनी समिति मे 3 जनवरी से समिति द्वारा धान खरीदी बंद किये जाने से किसानों का धान खरीदी के इंतजार में रखा हुआ है। पांच दिन से राह देखने के बाद भी व्यवस्था नहीं सुधरी तो धान खरीदी शुरू नहीं होने पर समिति से जुड़े किसान बड़ी संख्या में सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहां ज्ञापन देकर खरीदी शुरू करने की मांग दोहराई गई है। परिवहन व्यवस्था को सुधार कर धान खरीदी शुरू करने की मांग दोहराई गई है।

Tags:    

Similar News