बिहार चुनाव 2025: सम्राट चौधरी और तेजस्वी यादव समेत 6 नेताओं की सुरक्षा बढ़ाई; जानें महत्व
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत 6 नेताओं की सुरक्षा बढ़ाई गई। जानें Z प्लस, Z और Y प्लस सुरक्षा का मतलब और इसका राजनीतिक महत्व।
बिहार चुनाव: सम्राट चौधरी और तेजस्वी यादव समेत 6 नेताओं की सुरक्षा बढ़ी
Bihar VIP Security Upgrade: बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज है। इसी बीच, राज्य सरकार ने सोमवार, 11 अगस्त को डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत 4 नेताओं की सिक्योरिटी में बदलाव किया है। सरकार का यह फैसला सुरक्षा के साथ चुनावी रणनीति और राजनीतिक संकेतों के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है।
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को पहले से Z प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई थी। अब उन्हें Z प्लस + ASL (Escort Security Layer) की सुरक्षा दी गई है। इसी प्रकार नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को पहले Y प्लस श्रेणी मिली थी, जिसे अपग्रेड Z श्रेणी में अपग्रेड किया गया है। निर्दलीय सांसद पप्पू यादव को Y प्लस श्रेणी देते हुए नीरज कुमार, ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू और प्रदीप सिंह की सुरक्षा में भी वृद्धि की गई है।
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को Z प्लस + ASL सुरक्षा
सम्राट चौधरी पहले से ही Z प्लस श्रेणी की सुरक्षा में थे, लेकिन अब उन्हें ASL (Escort Security Layer) भी दी जाएगी। यानी उनके काफिले के साथ अब अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी और एस्कॉर्ट वाहन तैनात किए जाएंगे। यात्रा के दौरान सुरक्षा और मजबूत हो जाएगी।
तेजस्वी यादव की सुरक्षा Y प्लस से Z श्रेणी में अपग्रेड
राजद नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को पहले Y प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई थी। राज्य सरकार ने अब इसे बढ़ाकर Z श्रेणी कर दिया है। सुरक्षा एजेंसियों ने उनकी सुरक्षा बढ़ाए जाने का सुझाव दिया है।
सुरक्षा श्रेणियां क्या होती हैं?
- भारत में VIP सुरक्षा श्रेणियां मुख्यत Z प्लस, Z, Y प्लस, Y और X होती हैं। केंद्रीय गृहमंत्रालय इनका निर्धारण खतरे के स्तर और इंटेलिजेंस रिपोर्ट के आधार पर करता है।
- Z प्लस सुरक्षा: यह देश की सबसे उच्च स्तर की सुरक्षा व्यवस्था है। इसमें लगभग 55 सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाते हैं। इनमें NSG कमांडो, राज्य पुलिस और अन्य बल शामिल होते हैं।
- Z श्रेणी सुरक्षा: इसमें लगभग 22 सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं और यह उन नेताओं को दी जाती है जिनके प्रति मध्यम से उच्च खतरा माना जाता है।
- Y प्लस और Y श्रेणी: Y प्लस में करीब 11 और Y श्रेणी में 8 सुरक्षाकर्मी होते हैं। यह श्रेणियां अपेक्षाकृत कम खतरे वाले लेकिन सार्वजनिक जीवन में सक्रिय व्यक्तियों को दी जाती हैं।
- ASL का मतलब है अतिरिक्त सुरक्षा लेयर (Escort Security Layer) जो VIP के काफिले के साथ रहती है। इसमें एस्कॉर्ट वाहन, प्रशिक्षित सुरक्षाकर्मी और संचार उपकरण शामिल होते हैं। चुनावी समय में भीड़भाड़ और रोड-शो के दौरान, ASL VIP की गतिशील सुरक्षा सुनिश्चित करती है।
सिक्योरिटी का राजनीतिक महत्व
सुरक्षा श्रेणी में इस बदलाव को राजनीतिक लिहाज से भी महत्वूपर्ण माना जा रहा है। सत्ताधारी नेताओं को उच्च स्तरीय सुरक्षा देकर उनका कद और महत्व बढ़ाती है। वहीं विपक्षी नेताओं को उच्च सुरक्षा मिलने से यह संदेश जाता है कि उनकी राजनीतिक गतिविधियां भी प्रभावशाली और संभावित रूप से संवेदनशील हैं।