BJP प्रत्याशी श्रेयसी सिंह की बायोग्राफी: एक क्लिक में जानिए उम्र, शिक्षा, परिवार, संपत्ति और राजनीतिक सफर

जानिए बीजेपी कैंडिडेट श्रेयसी सिंह की उम्र, शिक्षा, परिवार, जाति, संपत्ति और राजनीतिक करियर की पूरी जानकारी। बिहार चुनाव 2025 के उम्मीदवार की जीवनी पढ़ें।

Updated On 2025-11-20 15:35:00 IST

श्रेयासी सिंह ने 2014 के राष्ट्रमंडल खेल में रजत और 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक पदक जीते हैं। 

पटना : अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाजी में देश का नाम रोशन करने के बाद, बिहार की राजनीति में सबसे तेज़ी से उभरने वाले युवा चेहरों में से एक श्रेयसी सिंह ने अपनी नई पारी की शुरुआत की है।

2020 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर जमुई से विधायक बनने वाली श्रेयसी, अब बिहार सरकार के मंत्रिमंडल का हिस्सा हैं। वह न केवल एक सफल खिलाड़ी रहीं हैं, बल्कि एक मजबूत राजनीतिक विरासत को भी आगे बढ़ा रही हैं।

राजनीतिक विरासत, पारिवारिक जीवन और शिक्षा

श्रेयसी सिंह का जन्म 1991 में हुआ था। वह एक अत्यंत प्रभावशाली राजनीतिक परिवार से आती हैं। उनके पिता, स्वर्गीय दिग्विजय सिंह, बिहार की राजनीति के कद्दावर नेता थे। श्रेयसी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा के बाद उच्च शिक्षा दिल्ली में पूरी की।

उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित हंस राज कॉलेज से स्नातक की डिग्री प्राप्त की है। अपनी पढ़ाई पूरी करने के दौरान ही, उन्होंने निशानेबाजी में अपना करियर शुरू किया, लेकिन अपने परिवार की राजनीतिक जड़ों से वह हमेशा जुड़ी रहीं।

खेल से सियासत तक का सफर और जमुई से चुनावी जीत

राजनीति में कदम रखने से पहले श्रेयसी सिंह ने एक दशक तक भारत के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर निशानेबाजी की। उन्होंने 2014 के राष्ट्रमंडल खेलों में रजत और 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक सहित कई प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय पदक जीते। खेल में सफलता के बाद, उन्होंने 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में जमुई सीट से राजनीति में प्रवेश किया। उन्हें इस चुनाव में 79,603 वोट मिले थे, जिससे उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को हराकर जीत हासिल की। 

2025 के चुनाव में उन्होंने लगातार दूसरी बार जमुई सीट से जीत हासिल कर अपने राजनीतिक प्रभाव को सिद्ध किया। श्रेयसी सिंह को 1,23,868 वोट मिला। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी (राजद के मोहम्मद शमशाद आलम) को 54,498 वोटों के विशाल अंतर से पराजित किया।

अपनी दूसरी जीत के बाद, उन्होंने 20 नवंबर 2025 को नीतीश कुमार मंत्रिमंडल में मंत्री के रूप में शपथ ली।

पिता दिग्विजय सिंह का राजनीतिक जीवन और विरासत

श्रेयसी सिंह के पिता, स्वर्गीय दिग्विजय सिंह, बिहार की राजनीति में एक बड़ा नाम थे। वह केंद्रीय मंत्री के पद पर रहे और बांका क्षेत्र से कई बार सांसद चुने गए थे। उनकी माता, पुतुल कुमारी, भी बांका से पूर्व सांसद रही हैं। दिग्विजय सिंह की गिनती बिहार के प्रभावशाली ठाकुर नेताओं में होती थी।

उनकी मजबूत राजनीतिक और सामाजिक पकड़ ने श्रेयसी सिंह के लिए राजनीतिक विरासत का मार्ग प्रशस्त किया। श्रेयसी को उनके पिता की विरासत को आगे बढ़ाने वाली नेता के रूप में देखा जाता है।

चुनावी हलफनामे में घोषित संपत्ति का विवरण

मंत्री श्रेयसी सिंह ने 2020 के चुनावी हलफनामे में अपनी कुल संपत्ति का विवरण दिया था। उनकी कुल घोषित संपत्ति का मूल्य 1,34,72,504 था। उनकी चल संपत्ति लगभग 30.22 लाख थी, जिसमें 1 लाख नकद और 16.84 लाख बैंक जमा शामिल थे। उनकी अचल संपत्ति का मूल्य 1.04 करोड़ से अधिक था, जिसमें कृषि भूमि और आवासीय संपत्तियां शामिल थीं। 

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