virat kohli retirement: रोहित के बाद विराट...ऐसा क्या हो गया कि कोहली टेस्ट से लेना चाहते संन्यास? जानें इसकी बड़ी वजह

virat kohli retirement: रोहित शर्मा के बाद विराट कोहली ने भी टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने का मन बना लिया है। ऐसा क्या हुआ कि रोहित के फौरन बाद कोहली ने ये निर्णय लिया। जबकि बीसीसीआई अभी उनको रेड बॉल क्रिकेट के हिसाब से टीम का हिस्सा मान रही। आखिर क्यों कोहली टेस्ट से संन्यास लेना चाह रहे। जानें।

Updated On 2025-05-10 14:32:00 IST

virat kohli retirement: एक तरफ भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है और दूसरी तरफ भारतीय क्रिकेट में भी भूचाल सा आया हुआ है। रोहित शर्मा के अचानक टेस्ट से संन्यास के ऐलान के बाद विराट कोहली ने भी उनके नक्शेकदम पर चलने का फैसला कर लिया है। कोहली ने बीसीसीआई को ये बता दिया है कि वो भी टेस्ट को अलविदा कहने का फैसला कर चुके हैं। हालांकि बोर्ड ने उनसे इस अहम समय पर फैसले पर फिर से सोचने की अपील की है।

अभी तक कोहली ने बोर्ड को जवाब नहीं दिया है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि उनका मन अब टेस्ट खेलने का नहीं है। अगले महीने इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट की सीरीज़ होनी है, ऐसे में कोहली का यह फैसला टीम मैनेजमेंट के लिए सिरदर्द बन गया है। अब सवाल ये उठ रहा है कि ऐसा क्या हुआ कि कोहली ने अचानक से टेस्ट क्रिकेट को टाटा बाय-बाय कहने का फैसला कर लिया। क्या खराब फॉर्म या कोई और वजह है।

क्यों कोहली टेस्ट से संन्यास लेना चाहते?

कोहली का टेस्ट फॉर्म पिछले कुछ सालों से लगातार गिर रहा। ऑस्ट्रेलिया दौरे में वो सिर्फ एक शतक (पर्थ टेस्ट में नाबाद 100) ही बना पाए, बाकी चार मैचों में उनका बल्ला खामोश रहा। उनका औसत सिर्फ 23.75 रहा। 2019 के बाद से उन्होंने सिर्फ तीन शतक लगाए हैं। जबकि फैब फोर का हिस्सा रहे, जो रूट, केन विलियमसन शतक पर शतक ठोक रहे।

पर्थ से पहले उनका आखिरी टेस्ट शतक 2023 में अहमदाबाद में आया था। कुल मिलाकर, पिछले पांच सालों में कोहली ने 37 टेस्ट में सिर्फ 1,990 रन बनाए हैं। आउट ऑफ फॉर्म कोहली सात बार ऑफ स्टंप के बाहर गेंदों पर आउट हुए- एक साफ संकेत कि वो अब पुराने वाले 'किंग कोहली' नहीं रहे।

दबाव और परिवार की जिम्मेदारी

कोहली ने हाल ही में एक कार्यक्रम में माना था कि ऑस्ट्रेलिया दौरे की नाकामी उन्हें अंदर से तोड़ गई। उन्होंने कहा था,'मैंने महसूस किया कि अब मेरे पास अगला ऑस्ट्रेलिया दौरा शायद न हो, और ये सोच ही मन पर बोझ बन गई।' इसके साथ ही तीनों फॉर्मेट, आईपीएल और दो बच्चों की जिम्मेदारी के चलते भी कोहली मानसिक रूप से थक चुके हैं। अनुष्का शर्मा के साथ उनके दो छोटे बच्चे हैं, और अब वो अपने करियर का फोकस सीमित ओवरों की क्रिकेट पर रखना चाहते हैं।

कोहली भारत को वनडे विश्व कप जिताना चाहते हैं

टेस्ट क्रिकेट भले ही उनका पीछा छोड़ रहा हो लेकिन वनडे और टी20 में कोहली आज भी भारत की ताकत हैं। 2024 टी20 वर्ल्ड कप में उन्होंने फाइनल में 76 रन की पारी खेली और भारत को जीत दिलाई। वहीं, इसी साल चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान के खिलाफ शतक और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में 84 रन ने उनकी अहमियत फिर से साबित की। यानी व्हाइट बॉल क्रिकेट में उनकी तूती अभी भी बोल रही है।

कोहली का अब पूरा फोकस 2027 वनडे विश्व कप है। टेस्ट क्रिकेट लंबा और थकाऊ होता है और कोहली भी 36 बरस के हो चुके हैं। वैसे, उनकी फिटनेस का स्तर अभी भी किसी युवा खिलाड़ी के बराबर है लेकिन अब वो पांच दिन के क्रिकेट में अपनी ऊर्जा नहीं लगाना चाहते हैं। कोहली के पास अभी भी वनडे वर्ल्ड कप की तैयारी के लिए 2 साल से अधिक का वक्त है। ऐसे में अपनी फिटनेस और ऊर्जा को बनाए रखना बहुत मुश्किल होगा। लिहाजा, सिर्फ एक फॉर्मेट में खेलने से उनके अपने क्रिकेट करियर को लंबा ले जाने में मदद मिलेगी और वनडे विश्व कप जीतने का एक ख्वाब पूरा हो जाएगा। 

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