Vaibhav Suryavanshi: 'मैं अब डबल सेंचुरी जमाकर ही मानूंगा...' रिकॉर्डतोड़ सेंचुरी से भी वैभव सूर्यवंशी का नहीं भरा मन
Vaibhav Suryavanshi record century: 14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने इंग्लैंड के खिलाफ 52 गेंदों में सबसे तेज़ यूथ ODI शतक ठोका। शतक के बाद वैभव ने कहा कि अब डबल सेंचुरी बनाकर टीम को जिताना है।
वैभव सूर्यवंशी ने कहा कि अब उनका टारगेट दोहरा शतक जमाने का है।
Vaibhav Suryavanshi record century: 14 साल का एक नाम, जो अब इतिहास की किताबों में दर्ज हो चुका है– वैभव सूर्यवंशी। इंग्लैंड के खिलाफ अंडर-19 वनडे सीरीज़ में वैभव ने महज 52 गेंद में तूफानी शतक ठोका, बल्कि डबल सेंचुरी का सपना भी जगाया है। और इस प्रेरणा का बड़ा क्रेडिट जाता है भारतीय टेस्ट कप्तान शुभमन गिल को, जिन्हें वैभव ने एजबेस्टन में दोहरा शतक जड़ते हुए लाइव देखा था।
वैभव ने सिर्फ 52 गेंदों में शतक ठोक दिया, जो युथ वनडे इतिहास का सबसे तेज़ शतक है। इससे पहले ये रिकॉर्ड पाकिस्तान के क़ासिम अक़राम (62 गेंद) के नाम था। लेकिन शतक के बाद भी वैभव संतुष्ट नहीं थे।
गिल से दोहरे शतक की प्रेरणा मिली: वैभव
BCCI को दिए इंटरव्यू में वैभव बोले, 'शतक के बाद भी मन में था कि मैं और देर तक बल्लेबाज़ी कर सकता था। शुभमन गिल को देखा था… उन्होंने 200, फिर 150 मारा और फिर भी डटे रहे। तो सोचा कि मैं भी 50 ओवर क्यों न खेलूं।'
'200 रन बनाऊंगा'
वैभव ने आगे कहा, 'मैं बस टीम के लिए अच्छा करना चाहता हूं। अगली बार कोशिश करूंगा कि 200 बनाऊं। जितना ज्यादा मैं खेलूंगा, टीम का उतना फायदा होगा। जब होटल जाऊंगा, तब देखूंगा सबका रिएक्शन। अभी तो परिवार से बात करूंगा। कोई ज्यादा सेलिब्रेशन नहीं।'
78 गेंदों की पारी में उन्होंने 143 रन बनाए, जिसमें 13 चौके और 10 छक्के शामिल थे। उन्होंने श्रीलंका के हसीथा बोयागोडा (191 रन) के रिकॉर्ड को टारगेट करते हुए कहा, 'अगली बार कोशिश करूंगा कि उनसे भी आगे निकलूं।'
बता दें कि शुभमन गिल ने इसी हफ्ते एजबेस्टन में दोहरा शतक (269 रन) जड़ने के बाद दूसरी पारी में 161 रन बनाए। वो टेस्ट में 200+ और 150+ की पारी एक ही मैच में खेलने वाले पहले बल्लेबाज़ बने हैं। यहीं बैठकर वैभव ने उनका मैच देखा था, जिससे उन्हें बड़ी प्रेरणा मिली।