ind vs sa test: किसी को हल्के में नहीं ले सकते...'ऋषभ पंत ने बताया टीम इंडिया की हार की सबसे बड़ी वजह
Rishabh pant statement: दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप होने के बाद ऋषभ पंत ने कहा कि टीम मौकों का फायदा नहीं उठा सकी। भारत गुवाहाटी टेस्ट में अच्छी स्थिति में होने के बावजूद 489 रन देने के बाद मैच से बाहर हो गया।
ऋषभ पंत ने गुवाहाटी टेस्ट में भारत की हार की वजह बताई।
Rishabh pant statement: दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2 टेस्ट की सीरीज में क्लीन स्वीप होने के बाद टीम इंडिया के स्टैंड-इन कप्तान ऋषभ पंत ने साफ कहा कि टीम ने अपने मौकों का फायदा नहीं उठाया, और यही गलती पूरी सीरीज ले डूबी। गुवाहाटी टेस्ट में शुभमन गिल की चोट के चलते कप्तानी संभालने वाले पंत ने माना कि विपक्ष ने बेहतर क्रिकेट खेला लेकिन भारत की कमजोरियां भी साफ नजर आईं।
मैच के बाद पंत ने कहा, 'उन्होंने हमसे बेहतर क्रिकेट खेला लेकिन क्रिकेट में किसी भी चीज़ को हल्के में नहीं लिया जा सकता। चाहे घर में खेलो या बाहर, खेल हमेशा अतिरिक्त मेहनत और दृढ़ता मांगता है। कई मौके आते हैं जहां टीम को फायदा उठाना चाहिए लेकिन हम ऐसा लंबे समय तक नहीं कर पाए, और इसकी कीमत हमें पूरी सीरीज से चुकानी पड़ी।'
गुवाहाटी टेस्ट भारत 408 रन से हारा
गुवाहाटी टेस्ट में भारत शानदार स्थिति में था। दक्षिण अफ्रीका 246/6 पर संघर्ष कर रहा था लेकिन भारतीय गेंदबाज उन्हें दबाव में रखने में नाकाम रहे। प्रोटियाज ने मौका मिलते ही वापसी की और 489 का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया। इसके बाद भारत पूरी तरह मैच से बाहर हो गया।
भारत की टेस्ट इतिहास की सबसे बड़ी हार
दक्षिण अफ्रीका ने भारत के सामने 549 का विशाल लक्ष्य रखा। आखिरी दिन भारतीय बल्लेबाजों के पास कई मौके थे- सुदर्शन और नाइटवॉचमैन कुलदीप यादव दोनों जीवनदान पाकर भी टिक नहीं सके। नतीजा यह हुआ कि भारत सिर्फ 140 पर ढेर हो गया था। यह हार भारत की टेस्ट इतिहास की सबसे बड़ी रनों की हार (408 रन) भी बनी।
यह हार इसलिए भी भारी है क्योंकि भारत ने तीन में से दो घरेलू टेस्ट सीरीज गंवाई हैं। पिछले साल न्यूजीलैंड ने भारत को 3 टेस्ट की सीरीज में पूरी तरह सफाया किया था लेकिन 12 वर्षों तक चले भारत के 17 लगातार घरेलू सीरीज जीतने के रिकॉर्ड को तोड़ा था।
ये हार निराशाजनक: पंत
पंत ने टीम से एकजुट रहने और गलतियों से सीखने की अपील की। उन्होंने कहा, 'यह हार निराशाजनक है लेकिन टीम को इससे बेहतर होना होगा। विपक्ष ने बेहतर क्रिकेट खेला, इसका श्रेय उन्हें देना चाहिए। ऐसे मुश्किल दौर में ज्यादा सोचने से फायदा नहीं, हमें सीख लेकर टीम के रूप में साथ रहना होगा।'
टीम इंडिया अब जिस दौर से गुजर रही है, उसमें संयम, बेहतर रणनीति और मौके भुनाने की क्षमता ही उसे वापसी करा सकती है। आने वाले मुकाबलों में भारत कैसे उठता है, यह बेहद दिलचस्प होगा।