RIP Robin Smith: इंग्लैंड के दिग्गज ‘द जज’ का 62 साल में निधन, क्रिकेट जगत में शोक की लहर

RIP Robin Smith: इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज रॉबिन स्मिथ ‘द जज’ का 62 वर्ष में निधन। टेस्ट और ODI के दिग्गज स्मिथ के करियर, रिकॉर्ड और उनकी निडर शैली को जानें।

Updated On 2025-12-02 19:39:00 IST

इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज़ रॉबिन स्मिथ ‘द जज’ का 62 वर्ष में निधन।

RIP Robin Smith: इंग्लैंड के पूर्व मिडिल ऑर्डर स्टार बल्लेबाज रॉबिन स्मिथ अब हमारे बीच नहीं रहे। 62 वर्षीय ‘द जज’ का 1 दिसंबर 2025 को ऑस्ट्रेलिया के पर्थ स्थित अपने अपार्टमेंट में अचानक निधन हो गया। परिवार ने जानकारी दी कि मौत का सही कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा।

दक्षिण अफ्रीका से इंग्लैंड तक ‘द जज’ का सफर

1963 में दक्षिण अफ्रीका के डरबन में जन्में रॉबिन अर्नोल्ड स्मिथ ने 20 साल की उम्र में बेहतर क्रिकेट अवसरों की तलाश में इंग्लैंड का रुख किया। 1983 में उन्होंने हैम्पशायर काउंटी जॉइन की और यही टीम आगे चलकर उनका दूसरा घर बन गई।

17 साल लंबे शानदार घरेलू करियर में उन्होंने फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में 18,984 रन ठोके। हैम्पशायर के पूर्व चेयरमैन रॉड ब्रैंसग्रोव ने रॉबिन स्मिथ को “हैम्पशायर क्रिकेट के इतिहास के सबसे प्रभावशाली खिलाड़ी” करार दिया था।




इंग्लैंड के लिए चमका स्मिथ का सितारा

1988 से 1996 तक चले अंतरराष्ट्रीय करियर में रॉबिन स्मिथ ने खुद को दुनिया के सबसे खतरनाक तेज गेंदबाजों के खिलाफ खड़ा रखकर साबित किया कि वे क्यों ‘द जज’ कहलाते थे।

उन्होंने अपने करियर में 62 टेस्ट मैच खेले थे। 43.67 की औसत से 4,236 रन बनाए थे, जिसमें 9 शतक और 28 अर्धशतक शामिल हैं।

उनका टेस्ट डेब्यू वेस्टइंडीज के उन दिग्गजों के खिलाफ था, जिसमें मैल्कम मार्शल, कर्टली एम्ब्रोस और कर्टनी वॉल्श जैसे खूंखार गेंदबाज शामिल थे, लेकिन स्मिथ ने कभी डर नहीं दिखाया, बल्कि मुस्कुराते हुए उनका सामना किया।

वनडे में भी स्मिथ का प्रदर्शन कमाल का रहा है। उन्होंने कुल 71 मैच खेले और 2,414 रन बनाए, जिसमें 4 शतक शामिल हैं। 1992 वर्ल्ड कप की इंग्लैंड टीम में वे मुख्य बल्लेबाज थे।

एजबेस्टन की 167*, जो आज भी याद है

1993 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बर्मिंघम में खेली गई उनकी नाबाद 167 रन की पारी आज भी इंग्लैंड की सबसे यादगार ODI पारियों में गिनी जाती है। उस समय यह इंग्लैंड की ओर से वनडे की सबसे बड़ी व्यक्तिगत पारी थी।

आक्रामक बल्लेबाजी और निडर खेलने का तरीका

रॉबिन स्मिथ हुक और पुल शॉट के मास्टर थे। तेज गेंदबाजों को चुनौती देना उन्हें पसंद था। एलन लैम्ब के साथ उनकी साझेदारियां क्रिकेट फैंस आज भी नहीं भूल पाए हैं। इतना ही नहीं, मैदान के अंदर और बाहर दोनों जगह उनकी दोस्ती गहरी थी।

क्रिकेट छोड़ने के बाद संघर्ष और फिर वापसी

2004 में संन्यास के बाद स्मिथ ने शराब और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियों से खूब संघर्ष किया। उन्होंने इन समस्याओं पर खुलकर बात भी की थी, ताकि अन्य खिलाड़ियों को प्रेरणा मिल सके।

परिवार ने साफ कहा है कि पुरानी समस्याओं को उनकी मौत से जोड़ना सही नहीं है।

मौत से केवल दो हफ्ते पहले ही वे पर्थ में इंग्लैंड लायंस टीम के साथ वक्त बिता रहे थे, युवा खिलाड़ियों को गाइड कर रहे थे और पुरानी यादें ताजा कर रहे थे।

क्रिकेट जगत में शोक की लहर

ECB के चेयरमैन रिचर्ड थॉम्पसन ने कहा, “रॉबिन स्मिथ दुनिया के सबसे तेज गेंदबाजों को मुस्कुराते हुए खेलने वाले साहसी बल्लेबाज थे। उनके जाने से पूरा क्रिकेट जगत सदमे में है।”

हैम्पशायर का शोक संदेश

हैम्पशायर काउंटी क्रिकेट क्लब ने X पर लिखा- हमें अत्यंत दुख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि हमारे महान बल्लेबाज रॉबिन स्मिथ अब हमारे बीच नहीं रहे।

‘द जज’ के नाम से प्रसिद्ध रॉबिन स्मिथ ने क्लब के लिए 600 से अधिक मैच खेले और दो दशकों से लंबे शानदार करियर में हैम्पशायर के लिए 30,000 से ज्यादा रन बनाए।इस दुखद घड़ी में हमारी गहरी संवेदनाएं उनके परिवार, मित्रों और प्रशंसकों के साथ हैं।

बता दें कि हैम्पशायर क्रिकेट क्लब ने उन्हें अपना सबसे प्रिय पुत्र बताया था।

परिवार ने प्राइवेसी की अपील की

रॉबिन स्मिथ अपने पीछे बच्चों हैरिसन और मार्गो, भाई क्रिस्टोफर और अनगिनत चाहने वालों को छोड़ गए हैं। उनकी निडर बल्लेबाजी, जज़्बा और क्रिकेट के प्रति प्रेम हमेशा याद रखे जाएंगे।

ॐ शांति ॐ

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