ind vs eng: जसप्रीत बुमराह इंग्लैंड दौरे पर नहीं रहेंगे उपकप्तान, BCCI का बदला प्लान; 2 खिलाड़ियों पर खेल सकती दांव
india tour of england: इंग्लैंड दौरे पर जसप्रीत बुमराह को उपकप्तान नहीं बनाया जाएगा क्योंकि वह वर्कलोड के तहत सभी 5 टेस्ट नहीं खेलेंगे। सेलेक्टर्स ऐसे खिलाड़ी को उपकप्तान बनाना चाहते हैं जो पूरे दौरे में उपलब्ध हो और भविष्य का लीडर भी बन सके। 2 खिलाड़ी इस रेस में आगे हैं।
india tour of england: टीम इंडिया के स्टार तेज़ गेंदबाज़ और मौजूदा टेस्ट उपकप्तान जसप्रीत बुमराह को इंग्लैंड दौरे के लिए लीडरशिप रोल से बाहर रखा जा सकता। बीसीसीआई के सूत्रों की मानें तो बुमराह की फिटनेस और वर्कलोड मैनेजमेंट को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया जा सकता है।
इंग्लैंड में भारत को 20 जून से 31 जुलाई तक 5 टेस्ट मैच खेलने हैं, और बोर्ड चाहता है कि कप्तान और उपकप्तान दोनों ऐसे हों जो हर मैच में टीम का हिस्सा हों। बीसीसीआई से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, 'बोर्ड ऐसा उपकप्तान चाहता है जो सभी 5 टेस्ट में उपलब्ध रहे। बुमराह हर मैच नहीं खेल पाएंगे, इसलिए हर टेस्ट के लिए नया डिप्टी नियुक्त करना सही नहीं होगा। एक स्थायी और भरोसेमंद विकल्प चुनना बेहतर होगा।'
कौन बनेगा नया उपकप्तान?
अब सवाल उठता है कि बुमराह की जगह कौन लेगा? सेलेक्टर्स की नजर एक युवा चेहरे पर है, जिसे भविष्य में कप्तान के तौर पर तैयार किया जा सके। इस वक्त इस फ्रेम में सिर्फ दो नाम फिट बैठते हैं – शुभमन गिल (25) और ऋषभ पंत (27)। जहां विराट कोहली, रवींद्र जडेजा और केएल राहुल जैसे सीनियर खिलाड़ी 30 की उम्र पार कर चुके हैं, वहीं यशस्वी जायसवाल को अभी थोड़ा युवा माना जा रहा।
बुमराह की फिटनेस बनी चिंता
बुमराह की पीठ की चोटें पहले भी उनका करियर रोक चुकी हैं। साल की शुरुआत में सिडनी टेस्ट के दौरान फिर से पीठ में खिंचाव आया, जिससे वह तीन महीने क्रिकेट से दूर रहे और चैंपियंस ट्रॉफी भी मिस करनी पड़ी।आईपीएल के पहले हाफ से भी बाहर रहे। 2022 में सर्जरी के बाद बुमराह करीब 11 महीने तक क्रिकेट नहीं खेल सके, जिससे वह टी20 वर्ल्ड कप भी नहीं खेल पाए थे।
बुमराह को दो-दो टेस्ट का ब्रेक दो: शास्त्री
टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री का भी मानना है कि बुमराह को हर टेस्ट में खिलाना सही नहीं होगा। उन्होंने कहा, 'उसे दो टेस्ट के बाद ब्रेक दो। अगर वह बढ़िया शुरुआत करता है और शरीर ठीक साथ दे रहा है तो चार टेस्ट खिलाओ, पांच की जरूरत नहीं।'