ind vs sa 2nd test: साउथ अफ्रीका 25 साल पुराना इतिहास दोहराने के करीब, क्या टीम इंडिया क्लीन स्वीप टाल पाएगी?
ind vs sa 2nd test: दक्षिण अफ्रीका भारत में 25 साल बाद पहली टेस्ट सीरीज जीत से सिर्फ 8 विकेट दूर। भारत को रिकॉर्ड लक्ष्य के सामने चौथे दिन दो शुरुआती झटके लगे।
ind vs sa 2nd test: गुवाहाटी टेस्ट के चौथे दिन खेल खत्म होने तक टीम इंडिया गहरे संकट में दिखी। दक्षिण अफ्रीका ने लगभग पांच घंटे बल्लेबाजी कर अपनी बढ़त को इतना मजबूत कर लिया कि भारत के लिए जीत तो छोड़िए, मैच बचाना भी अब बेहद मुश्किल हो गया। उन्होंने भारत के सामने घर में अब तक दिए गए सबसे बड़े लक्ष्य से भी ज्यादा टोटल सेट कर दिया। आखिरी दिन मेहमान टीम को सिर्फ 8 विकेट की जरूरत है, जिससे वे 25 साल बाद भारत में पहली टेस्ट सीरीज जीत दर्ज कर सकें और भारत को 12 साल में दूसरा घरेलू क्लीन स्वीप झेलना पड़े।
दक्षिण अफ्रीका ने जिस पिच पर 70 ओवर से ज्यादा बड़े आराम से बैटिंग की, उसी विकेट पर भारत के लिए 16 ओवर खेलना भी चुनौतीभरा साबित हुआ। मार्को यानसेन ने गेंद स्विंग कराने की कोशिश तक नहीं की। उन्होंने सीधे शॉर्ट–पिच का हमला शुरू किया। यशस्वी जायसवाल को कई गेंदें असहज करती रहीं और आखिरकार वे अपनी पसंदीदा कट शॉट पर आउट हो गए। वहीं, इस सीरीज में भारतीय स्पिनरों से बेहतर प्रदर्शन कर रहे साइमन हार्मर ने केएल राहुल को बेहतरीन ऑफब्रेक पर गेट के बीच से बोल्ड कर दिया।
चौथे दिन सुबह फैसला यही था कि क्या दक्षिण अफ्रीका जोखिम लेकर तेज बैटिंग करेगा या सुनिश्चित करेगा कि भारत मैच में वापसी न कर पाए। जैसे-जैसे गेंद टर्न लेने लगी,मेहमान टीम ने दूसरी रणनीति चुनी। जडेजा ने रयान रिकेल्टन और ऐडन मार्कराम को आउट किया जबकि वॉशिंगटन सुंदर ने टेम्बा बावुमा का विकेट लिया। तीन विकेट 18 रन पर गिरने के बाद भी दक्षिण अफ्रीका ने जल्दबाज़ी नहीं दिखाई।
ट्रिस्टन स्टब्स और टोनी डी जॉर्जी ने स्वीप और रिवर्स–स्वीप की झड़ी लगाकर दबाव हटाया और चौथे विकेट के लिए 101 रन की साझेदारी जोड़ी। जडेजा ने बाद में डी जॉर्जी को आउट किया लेकिन स्टब्स ने 88 से 94 पहुंचने के लिए आक्रामक शॉट खेलने की कोशिश में विकेट गंवा दिया। फिर भी वह सीरीज के उच्चतम रन–स्कोरर बने रहे। लक्ष्य विशाल था लेकिन भारत की शुरुआत लड़खड़ा गई। जायसवाल कट शॉट पर सातवीं बार आउट हुए, जो उनके करियर की कमजोरी बनता जा रहा है।
राहुल ने क्रीज पर टिकने की कोशिश कीलेकिन हार्मर की गेंद ने उन्हें चकमा दे दिया। साई सुदर्शन को भी हार्मर के खिलाफ एक करीबी डीआरएस बचा गया। भारत ने दिन का खेल बिना और नुकसान के खत्म तो किया, लेकिन ऐसा लगा जैसे हर गेंद विकेट ले सकती थी। खराब रोशनी के कारण रोजाना 4 बजे खेल रुक जाता है, इसलिए दक्षिण अफ्रीका के पास अंतिम दिन छह घंटे होंगे-सिर्फ आठ विकेट लेने के लिए।