ऑपरेशन सिंदूर: अमेरिका-पाक को फ्रांस का जवाब, न कभी पाक को बढ़त मिली, न कोई रॉफेल गिरा
ऑपरेशन सिंदूर पर अमेरिकी रिपोर्ट और पाक द्वारा फैलाए जा रहे झूठ पर फ्रांस ने करारा जवाब दिया है। फ्रांसी नौसेना ने कहा कि न तो पाक को कभी बढ़त मिली व और ही कोई रॉफेल गिरा।
ऑपरेशन सिंदूर का लोगो।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में 7 से 10 मई 2025 तक की गई ऑपरेशन सिंदूर को लेकर पाक मीडिया द्वारा फैलाए जा रहे झूठे और भ्रामक प्रचार को लेकर रविवार को फ्रांस की नौसेना ने कड़ा पलटवार किया है। जिसमें कहा कि मई में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हुई हवाई भिड़ंत में न कभी पाकिस्तान को भारत के खिलाफ बढ़त मिली और न ही इस दौरान कोई राफेल लड़ाकू विमान नष्ट हुआ। फ्रांस की नौसेना ने पाकिस्तानी मीडिया रिपोट्स को बड़े पैमाने पर दुष्प्रचार बताया है।
भारत पहले ही पड़ोसी दुश्मन देश के इस दावे को सिरे को खारिज कर चुका है। हाल ही में एक अमेरिकी रिपोर्ट का हवाला देते हुए भी पाक पीएम शहबाज शरीफ ने एक बार भी अपनी बढ़त का दावा किया था। जिसके बाद फ्रांस के इस जवाब को अहम माना जा रहा है।
यह है पूरा मामला
यह पूरा मामला पड़ोसी दुश्मन देश के मीडिया में किए गए उस दावे से जुड़ा हुआ है। जिसमें जियो टीवी के पत्रकार हामिद मीर ने एक फ्रांसीसी कमांडर कैप्टन जॉक्विस ल्यूने के हवाले से एक खबर प्रकाशित करते हुए कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर में दोनों वायुसेनाओं के बीच हुई हवाई टक्कर में पाकिस्तान भारत से आगे था। उनकी वायुसेना भी बहुत अच्छी तरह से तैयार थी। इस दौरान फ्रांस द्वारा नई दिल्ली को दिया गया एक राफेल जंगी विमान भी नष्ट हो गया था। जिसके पीछे चीन के जे-10-सी लड़ाकू विमानों की वजह से मिली तकनीकी बढ़त वजह नहीं है।
कमांडर बोले, फेक न्यूज
इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कमांडर ल्यूने ने कहा कि पाक मीडिया का दावा पूरी तरह से गलत है। उन्होंने इसके संबंध में मेरी कोई मंजूरी नहीं ली है। ये पूरी खबर गलत (फेक न्यूज) है। लेख में काफी बड़े पैमाने पर गलत और भ्रामक जानकारी दी गई है। फ्रांसीसी नौसेना ने जियो टीवी और उसके संवाददाता हामिद मीर को अपनी खबर में यूं गलत जानकारी देने के लिए तलब किया है। साथ ही कहा है कि मीर की रिपोर्ट से एक बार फिर से संघर्ष के दौरान राफेल विमान को गिराए जाने को लेकर पाकिस्तान के दुष्प्रचार का पर्दाफाश हो गया है।
यह सब ऐसे वक्त में हो रहा है। जब आधिकारिक संस्थान पाक के प्रॉपेगेंडा को गलत ठहरा रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या आप जानते हैं कि झूठ फैलाने वाला पाकिस्तानी तंत्र गंभीर निराशा के साथ कितना उग्र हो गया है।
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