CDS अनिल चौहान बोले: भारत परमाणु ब्लैकमेल से नहीं डरता, 'ऑपरेशन सिंदूर' ऐतिहासिक और निर्णायक
CDS अनिल चौहान ने कहा- ऑपरेशन सिंदूर से भारत ने दिखाया कि वह परमाणु ब्लैकमेल से नहीं डरता, हर स्तर के युद्ध के लिए तैयार है। उन्होंने ये बात दिल्ली में आयोजित ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ORF) कार्यक्रम में कही।
ऑपरेशन सिंदूर: दो परमाणु संपन्न देशों के बीच संघर्ष का दुर्लभ उदाहरण: सीडीएस अनिल चौहान
CDS Anil Chauhan on Operation Sindoor: भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने 9 जुलाई 2025 को ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि हाल ही में हुए इस सैन्य अभियान ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत किसी भी परमाणु ब्लैकमेल से विचलित नहीं होता। जनरल चौहान के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर, भारत और पाकिस्तान जैसे परमाणु संपन्न देशों के बीच अब तक का एकमात्र प्रत्यक्ष संघर्ष है।
दिल्ली में आयोजित ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ORF) के कार्यक्रम में बोलते हुए, जहां ‘ORF विदेश नीति सर्वेक्षण 2024’ भी लॉन्च किया गया, उन्होंने ‘भारत के उभरते राष्ट्रीय सुरक्षा परिदृश्य’ पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारत हर स्तर के युद्ध- पारंपरिक, उप-पारंपरिक और परमाणु संघर्ष के लिए तैयार है।
परमाणु हथियार युद्ध नहीं समाधान के लिए: CDS
- जनरल चौहान ने कहा, परमाणु हथियार युद्ध के लिए नहीं, बल्कि निवारण (Deterrence) के लिए होते हैं। भारत ने यह भी स्पष्ट किया कि वह परमाणु ब्लैकमेल से डरने वाला नहीं है। ऑपरेशन सिंदूर इस संदर्भ में ऐतिहासिक है।
- CDS चौहान ने कहा कि खतरे किसी भी स्तर से उत्पन्न हो सकते हैं और तेजी से बढ़ सकते हैं। इसलिए भारत को पारंपरिक युद्ध, उप-पारंपरिक युद्ध और परमाणु संघर्ष सभी के लिए पूरी तरह तैयार रहना होगा।
CDS चौहान के संबोधन के मुख्य बिंदु
- ऑपरेशन सिंदूर: PoJK में आतंकी ढांचे पर हमला
- परमाणु देशों के बीच संघर्ष: दुर्लभ लेकिन निर्णायक
- रक्षा उपकरणों की मांग: ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ी
- वैश्विक सैन्य बजट: $2.7 ट्रिलियन (2024)
- भारत का रक्षा बजट: कई देशों की GDP से बड़ा
ऑपरेशन सिंदूर: आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक जवाब
- ऑपरेशन सिंदूर भारत द्वारा पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में चलाया गया सैन्य अभियान था। इसके तहत भारतीय वायुसेना और थल सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoJK) में आतंकी ढांचे पर सटीक हमले किए।
- इस ऑपरेशन में भारत ने पाकिस्तान की आक्रामकता को नाकाम किया। पाकिस्तान के एयरबेसों पर बमबारी कर स्पष्ट संदेश दिया गया कि आतंकवाद का समर्थन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
रक्षा मंत्री बोले-भारत ने दुनिया को दिखाई ताकत
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को डीआरडीओ द्वारा आयोजित कंट्रोलर सम्मेलन में कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान स्वदेशी रक्षा उपकरणों की प्रभावी भूमिका से दुनिया ने भारत की सैन्य क्षमता को पहचाना। इसी कारण आज हमारे रक्षा उत्पादों की मांग बढ़ रही है।
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यह भी बताया कि 2024 में वैश्विक सैन्य व्यय 2.7 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंच गया है। भारत के पास अब रक्षा निर्यात का बड़ा अवसर है।
भारत का रक्षा बजट: GDP से बड़ा
राजनाथ सिंह ने कहा, भारत का रक्षा बजट अब दुनिया के कई देशों की GDP से बड़ा है। ऐसे में हमें संसाधनों का सही उपयोग करना चाहिए। सही समय पर इनकी सही जगह पर तैनाती जरूरी है।