रियासी हमले में पहली गिरफ्तारी: आतंकियों का मददगार हकीमदान अरेस्ट, 6000 रुपए के बदले दी दहशतगर्दों को पनाह

Reasi attack First arrest: जम्मू-कश्मीर के रियासी सेक्टर में हुए आतंकी हमले में पुलिस ने पहली गिरफ्तारी की है। पुलिस ने आरोपी हकीमदान को गिरफ्तार किया है। हकीमदान ने आतंकियों की मदद की थी। हकीमदान ने 6000 रुपए के बदले आतंकियों को पनाह दी। 

Updated On 2024-06-20 07:41:00 IST
Reasi attack First arrest: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने रियासी आतंकी हमले में शामिल आतंकियों के मददगार को गिरफ्तार कर लिया है।

Reasi attack First arrest: जम्मू-कश्मीर के रियासी सेक्टर में हुए आतंकी हमले में पुलिस ने पहली गिरफ्तारी की है। पुलिस ने आरोपी हकीमदान को गिरफ्तार किया है।हकीमदान ने आतंकियों की मदद की थी। रियासी की एसपी मोहिता शर्मा ने हकीम की गिरफ्तारी की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हकीम मास्टरमाइंड नहीं है। हालांकि हमले में अहम भूमिका निभाई थी। पुलिस के मुताबिक हकीमदान ने 6000 रुपए के बदले आतंकियों को पनाह दी थी। 

हकीम ने आतंकियों को रसद मुहैया कराया
हकीम दीन  जम्मू कश्मीर के राजौरी का रहने वाला है। हकीमदान पर आतंकवादियों को रसद मुहैया कराने का आरोप है। हकीमदान ने आतंकियों के लिए गाइड की भूमिका भी निभाई थी। हकीमदान ने जिन आतंकियों की मदद की थी, उन्हीं आतंकवादियों ने 9 जून को रियासी जिले के कटरा जा रहे तीर्थयात्रियों की बस पर पौनी इलाके के तेरयाथ गांव में हमला किया था। 

पीछे से बस पर किया गया था हमला
हमले के दौरान आतंकवादियों ने जंगलों में छिपकर पीछे से बस पर हमला किया। फायरिंग के बाद ड्राइवर बस का नियंत्रण खो बैठा। बस खाई में गिर गई। इस  हमले में नौ लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में तीन महिलाएं भी शामिल थीं। घायलों को जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया। मरने वालों में आठ साल का बच्चा भी था। इस बस में राजस्थान और यूपी के लोग सवार थे। 

राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंपी गई जांच
17 जून को गृह मंत्रालय ने इस आतंकी हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में यह फैसला लिया गया था। पुलिस ने इस मामले में शामिल आतंकी का स्केच भी जारी किया है। पुलिस ने हमले में शामिल आतंकियों की जानकारी देने पर 20 लाख रुपए के इनाम का ऐलान किया।

2017 में भी तीर्थयात्रियों के बस पर हुआ था हमला
इस हमले के पहले, जुलाई 2017 में भी आतंकवादियों ने कश्मीर के अनंतनाग जिले में अमरनाथ तीर्थयात्रियों की बस पर हमला किया था, जिसमें सात तीर्थयात्री मारे गए थे और 19 अन्य घायल हो गए थे। जम्मू कश्मीर में तीर्थयात्रियों की बस पर हुए हमले के बाद सरकार ने अमरनाथ यात्रियों के लिए सुरक्षा बढ़ा दी है। इस बीच पुलिस ने बुधवार को जम्मू कश्मीर के हडिपोरा-बारामूला में दो आतंकियों को ढेर कर दिया।

Similar News