चुनाव प्रचार खत्म, ध्यान शुरू: PM Modi कन्याकुमारी के विवेकानंद रॉक मेमोरियल पर करेंगे मेडिटेशन, 30 मई को तमिलनाडु रवाना होंगे

PM Modi Meditation: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद तमिलनाडु के कन्याकुमारी जाकर ध्यान लगाएंगे। पीएम मोदी  30 मई को पंजाब के होशियारपुर में एक रैली करने के बाद तमिलनाडु के कन्याकुमारी के लिए रवाना हो जाएंगे। उनका यह दौरा 30 मई से 1 जून तक चलेगा।

Updated On 2024-05-28 18:00:00 IST
PM Modi Meditation: चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद एक बार फिर पीएम मोदी ध्यान में डूबेंगे।

PM Modi Meditation: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद तमिलनाडु के कन्याकुमारी जाकर ध्यान लगाएंगे। पीएम मोदी  30 मई को पंजाब के होशियारपुर में एक रैली करने के बाद तमिलनाडु के कन्याकुमारी के लिए रवाना हो जाएंगे। उनका यह दौरा 30 मई से 1 जून तक चलेगा। अपने कन्याकुमारी दौरे पर पीएम माेदी विवेकानंद रॉक मेमोरियल पर ध्यान करेंगे। 1 जून को लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण का मतदान होना है। इस दौरे से प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्र को एकजुटता का संदेश देने की कोशिश करेंगे। 

30 मई की सुबह करेंगे रैली, फिर होंगे तमिलनाडु रवाना
30 मई की सुबह पीएम मोदी होशियारपुर में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद वे तमिलनाडु के लिए रवाना होंगे। तमिलनाडु पहुंचने पर वे रात में विश्राम करेंगे। इसके अगले दिन पीएम मोदी विवेकानंद रॉक मेमोरियल जाएंगे और वहां पर ध्यान लगाएंगे। बता दें कि विवेकानंद रॉक मेमोरियल वही स्थान है जहां स्वामी विवेकानंद ने तीन दिनों तक तपस्या की थी और विकसित भारत का सपना देखा था।

विवेकानंद रॉक मेमोरियल क्यों माना जाता है अहम
स्वामी विवेकानंद के जीवन में कन्याकुमारी का विशेष महत्व रहा है। ऐसा कहा जाता है कि विवेकानंद रॉक मेमोरियल वही स्थान है जहां उन्हें भारत माता के दर्शन हुए थे। इस रॉक का स्वामी विवेकानंद के जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ा। जैसे सारनाथ गौतम बुद्ध के जीवन में विशेष स्थान रखता है, वैसे ही यह चट्टान स्वामी विवेकानंद के जीवन के लिए अहम माना जाता है। स्वामी विवेकानंद ने देशभर में भ्रमण करने के बाद यहीं आकर ध्यान लगाया था।

क्या है विवेकानंद मेमोरियल का आध्यात्मिक महत्व?
शास्त्रों के अनुसार, माना जाता है कि देवी पार्वती ने भी इसी स्थान पर एक पैर पर बैठकर भगवान शिव की प्रतीक्षा की थी। यह स्थान धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी बेहद अहम है।  कन्याकुमारी भारत का सबसे दक्षिणी छोर है और यहां भारत की पूर्वी और पश्चिमी तटरेखाएं मिलती हैं। यह स्थान हिंद महासागर, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर के मिलने का सेंटर प्वाइंट भी है।

राष्ट्रीय एकता का संदेश देने की कोशिश
पीएम मोदी कन्याकुमारी के विवेकानंद रॉक मेमोरियल पर ध्यान लगा राष्ट्रीय एकता का संदेश देने की कोशिश करेंगे। बता दें कि कई बार पीएम मोदी यह कह चुके हैं कि उनका तमिलनाडु से खास लगाव है। इसके साथ ही पीएम मोदी का यह दौरा न केवल आध्यात्मिक नजरिए से अहम होगा, बल्कि यह उनके चुनावी रणनीति का भी एक अहम हिस्सा हो सकता है।

पहले भी ऐसे आध्यात्मिक दौरे कर चुके हैं पीएम मोदी
साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भी पीएम मोदी ने अंतिम चरण की वोटिंग के समय केदारनाथ की यात्रा की थी और रुद्र गुफा में ध्यान किया था। 2014 में उन्होंने शिवाजी के प्रतापगढ़ का दौरा किया था। पीएम मोदी चुनाव प्रचार के आखिरी में इस तरह का दौरा करते रहे हैं। यह उनकी चुनावी रणनीति का एक अहम हिस्सा है। इसके जरिए पीएम मोदी अपने समर्थकों और आम जनता के बीच एक सकारात्मक संदेश देने की कोशिश करते हैं। 

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