Wayanad Landslides: वायनाड आपदा में फरिश्ता बनी नर्स को कल्पना चावला पुरस्कार, तार से नदी पार कर 35 को बचाया

Wayanad Landslides: केरल के वायनाड में 30 जुलाई को चार जगहों पर विनाशकारी भूस्खलन हुआ था। इसमें कम से कम 229 लोगों की मौत हो गई और 130 से अधिक लोग अब भी लापता हैं।

Updated On 2024-08-16 16:25:00 IST
Wayanad Landslides A Sabeena

Wayanad Landslides: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने 15 अगस्त को वायनाड भूस्खलन में घायल लोगों को बचाने के लिए नर्स ए.सबीना को सम्मानित किया। नर्स ने अपनी जान की परवाह किए बिना लैंडस्लाइड से लोगों को निकालने के लिए साहस और निडरता के साथ कार्य किया। इसके लिए उन्हें कल्पना चावला पुरस्कार दिया गया है। सबीना नीलगिरी जिले की रहने वाली हैं। सबीना की बहादुरी के फोटो-वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए, जिसके बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने उन्हें सचिवालय में आमंत्रित किया।  

सबीना ने ऐसे बचाई 35 से ज्यादा लोगों की जान

  • केरल के वायनाड में हुए भूस्खलन के दौरान सबीना ने ज़िपलाइन के ज़रिए 10 बार नदी के पार जाकर 35 से अधिक लोगों की जान बचाई। मुख्यमंत्री स्टालिन ने स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान उन्हें इस साहसिक कार्य के लिए सम्मानित किया।
  • 30 जुलाई को वायनाड के मेप्पाडी और चूरामला इलाकों में भारी बारिश के कारण लैंडस्लाइड हुआ था, जिसमें 229 लोगों की मौत हो गई और 130 से अधिक लोग लापता हो गए।

एनडीआरएफ ने नदी के पार बनाई थी ज़िपलाइन
सबीना ने बताया कि जब उन्हें भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में नर्सों की आवश्यकता के बारे में सूचना मिली, तो उन्होंने तुरंत मदद के लिए जाने का फैसला कर लिया। उन्होंने बताया कि वहां पहुंचने पर उन्होंने देखा कि लोग नदी के दूसरी ओर फंसे हुए थे और उनके पास पहुंचने का कोई तरीका नहीं था। एनडीआरएफ ने नदी के पार एक ज़िपलाइन बनाई थी, लेकिन इसका इस्तेमाल करने के लिए कोई मौजूद नहीं था। जब कोई और आगे नहीं आया, तो सबीना ने ज़िपलाइन से नदी पार करने का फैसला लिया। 

सम्मान गर्व की बात, आपदा में भेदभाव भूलाकर जुटें: सबीना
अगले कुछ दिनों में उन्होंने 10 बार ज़िपलाइन यूज करके 35 से अधिक लोगों की जान बचाई और उन्हें चिकित्सा सहायता प्रदान की। सबीना की बहादुरी का यह कार्य सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने उन्हें सचिवालय में बुलाकर सम्मानित किया। सबीना ने कहा, "यह मेरे लिए बहुत गर्व की बात है कि मुझे मुख्यमंत्री से यह पुरस्कार मिला। मैं मानती हूं कि आपदा के समय हमें सभी भेदभावों को भुलाकर एकजुट होना चाहिए।"

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