NEET पेपर लीक का मास्टरमाइंड गिरफ्तार: STF ने ₹3 लाख के इनामी को पटना में दबोचा; जानिए कौन है संजीव मुखिया?

बिहार पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने NEET पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया को पटना से गिरफ्तार किया। आइए जानते हैं आखिर कौन है संजीव मुखिया...।    

Updated On 2025-04-25 13:55:00 IST
NEET पेपर लीक का मास्टरमाइंड संजीव मुखिया गिरफ्तार।

NEET Paper Leak Case: बिहार पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने नीट (NEET) पेपर लीक केस में बड़ी कार्रवाई की है। STF ने गुरुवार (24 अप्रैल) की देर रात NEET पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया को पटना से गिरफ्तार किया। 3 लाख के इनामी संजीव फ्लैट में छिपा था। STF ने उसे धर दबोचा। टीम आरोपी से पूछताछ कर रही है। STF जल्द संजीव मुखिया को कोर्ट में पेश करेगी। कोर्ट से आदेश पर रिमांड पर लेने की तैयारी है। आइए जानते हैं आखिर कौन है संजीव मुखिया...।    

कौन है संजीव
बिहार के नालंदा जिले के नगरनौसा गांव निवासी संजीव मुखिया (51) का लूटन मुखिया भी नाम है। कृषि कॉलेज में तकनीकी सहायक पद पर नौकरी करता था। मां यशोदा देवी नर्स रह चुकी हैं। संजीव के पिता जनकिशोर प्रसाद किसान हैं। संजीव की पत्नी ममता विधानसभा चुनाव लड़ चुकी है। CBI ने संजीव पर दर्ज किया था पेपरलीक का केस। संजीव का बेटा शिवकुमार भी पेपरलीक मामले में जेल में बंद है। 

कॉलेज में ही रची थी पेपर लीक की साजिश 
संजीव मुखिया नालंदा के नूरसराय उद्यान महाविद्यालय में तकनीकी सहायक के पद पर था। संजीव ने नीट पेपर लीक की पहले से पूरी प्लानिंग कर रखी थी। 5 मई को नीट परीक्षा हुई। 6 मई से लेकर 14 मई तक संजीव कॉलेज से गायब था। कॉलेज ने संजीव को पत्र लिखकर जवाब मांगा। संजीव ने 18 मई को पत्र का जवाब देते हुए कहा कि उसकी तबीयत खराब हो गई थी।

कई राज्यों में सक्रिय है गिरोह
पुलिस जांच में सामने आया है कि संजीव मुखिया एक अंतरराज्यीय परीक्षा माफिया गिरोह का संचालन करता है। इस नेटवर्क में बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, राजस्थान और मध्यप्रदेश जैसे राज्यों के ठग जुड़े हुए हैं। इन राज्यों में जब भी किसी भर्ती परीक्षा का नोटिफिकेशन जारी होता है, यह गिरोह प्रश्न पत्र लीक करने की साजिश में लग जाता है। 

कई जिलों में की छापेमारी
बिहार पुलिस ने 7 अप्रैल 2025 को संजीव मुखिया पर 3 लाख का इनाम घोषित किया था। उसकी तलाश में एसटीएफ ने बिहार के विभिन्न जिलों के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी व्यापक छापेमारी की, लेकिन वह पुलिस की पकड़ में नहीं आया। हालांकि, गुरुवार देर रात एसटीएफ को संजीव के पटना में मौजूद होने की सूचना मिली। जब टीम ने दानापुर में जाकर जांच की, तो वह संजीव ही निकला और उसे मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया।

ऐसे नाम आया था चर्चा में 
संजीव ने 2010 में ब्लूटूथ डिवाइस का इस्तेमाल करके छात्रों को नकल कराई थी। इसी केस के बाद उसका नाम चर्चा में आया। 2016 में बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा लीक मामले में भी संजीव मुखिया का हाथ था।  बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा-III (BPSC) के पेपर लीक मामले में भी संजीव का नाम सामने आया था।  

6 लोगों को किया था गिरफ्तार 
बता दें कि  NEET पेपर लीक में 11 मई 2024 को झारखंड के देवघर से 6 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। इनमें चिंटू भी शामिल था। चिंटू इस लीक कांड के मुख्य सरगना संजीव मुखिया का रिश्तेदार है।  

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