Satta King Case: महादेव सट्टा मामले में ACB का एक्शन, 4 राज्यों में रेड,100 मोबाइल जब्त, 3 गिरफ्तार

ACB ने महादेव सट्टा (Mahadev Satta) मामले में बड़ी कार्रवाई की है। बिहार, यूपी, झारखंड और छत्तीसगढ़ में छापेमारी कर तीन आरोपियों को अरेस्ट किया है। जानें क्या हुआ खुलासा।

Updated On 2024-08-09 00:16:00 IST
Satta King Case

Satta King Case: छत्तीसगढ़ के रायपुर में ACB (Anti-Corruption Bureau) की टीम ने महादेव सट्टा (Mahadev Satta) मामले में बड़ी कार्रवाई की है। ACB ने बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और छत्तीसगढ़ में एक साथ छापेमारी कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी अलग-अलग राज्यों में ओटीपी (OTP) सेंटर खोलकर महादेव ऐप से जुड़े मोबाइल नंबरों को रिचार्ज कर ओटीपी की जानकारी साझा करते थे। इन ओटीपी सेंटरों का मुख्यालय दुबई में था और यहां से ये सभी ऑपरेट होते थे।

महादेव बुक के खिलाफ सट्टेबाजी का मामला दर्ज
महादेव बुक (Mahadev Book) के तहत सट्टेबाजी के इस संगठित नेटवर्क में अपराध संख्या-06/2024 के तहत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज है। इसमें IPC की धारा 420, 467, 468, 471, 201, 120B, और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7(A), साथ ही छत्तीसगढ़ गैंबलिंग (प्रतिषेध) अधिनियम 2022 की धारा 4, 7, 8, 11 और सार्वजनिक जुआ अधिनियम 1867 के तहत कार्रवाई की जा रही है।

Mahadev Satta Case

ओटीपी सेंटर और डिजिटल सट्टेबाजी का खुलासा
महादेव बुक मामले में ACB को जानकारी मिली थी कि देशभर में चल रहे पैनलों से जुड़े व्हाट्सएप नंबरों को अलग-अलग राज्यों में ओटीपी सेंटर (OTP Centers) बनाकर रखा गया था। इन सेंटर्स में फिजिकल सिम रखे जाते थे, जिन्हें रिचार्ज करने और ओटीपी प्राप्त करने के लिए इस्तेमाल किया जाता था। व्हाट्सएप के जरिए इन नंबरों से ऑटो जनरेटेड मैसेज प्राप्त होते थे, जिसमें पैसा जमा करने की जानकारी दी जाती थी।

Satta King Case

बड़ी संख्या में डिजिटल डिवाइस जब्त
ACB की टीम ने देशभर में बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और छत्तीसगढ़ के एक दर्जन से अधिक सेंटर्स पर छापेमारी कर तीन आरोपियों—अतुल सिंह परिहार, विश्वजीत राय चौधरी और भारत ज्योति पांडेय को गिरफ्तार किया है। इस छापेमारी में 100 से अधिक मोबाइल, लैपटॉप और 500 से अधिक सिम कार्ड जब्त किए गए हैं। ये सभी सिम लगभग 500 पैनल से जुड़े हुए थे, जो देशभर में ऑपरेट हो रहे थे।

Satta King Case

जांच के दौरान हो सकते हैं कई और खुलासे 
ACB को उम्मीद है कि इन सिम कार्ड्स के जरिए देशभर में चल रहे महादेव बुक के पैनल्स की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होगी। गिरफ्तार आरोपियों ने ऊँचे कमीशन पर कॉरपोरेट बैंक अकाउंट्स भी उपलब्ध कराए थे, जिनमें असीमित UPI पेमेंट्स किए जा सकते थे। यह महादेव बुक के खिलाफ पहली ऐसी बड़ी कार्रवाई है। आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया है और उन्हें पुलिस रिमांड पर लिया गया है। आने वाले दिनों में इनके बयान से और भी महत्वपूर्ण खुलासे हो सकते हैं।

विधानसभा चुनाव में भी उठा था सट्टा ऐप का मामला
महादेव सट्टा ऐप का मामला छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में सामने आया था। छत्तीसगढ़ के बीते विधानसभा चुनाव के दौरान भी गर्म रहा था। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस सरकार ने 'महादेव' को भी नहीं छोड़ा और सत्ता के लिए सट्टा (betting) का सहारा लिया। नड्डा ने कहा था कि एक व्यक्ति जो दुबई से आया था, उसे यहां गिरफ्तार किया गया और उसने बताया कि वह सीएम भूपेश बघेल को देने के लिए 800 करोड़ रुपए लाया था। क्या आप यहां ऐसी भ्रष्ट सरकार चाहते हैं?"

जेपी नड्डा ने इस मामले में कांग्रेस नेताओं पर साधा था निशान
जेपी नड्डा ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं पर भी महादेव सट्टा ऐप को लेकर  निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि "भूपेश बघेल, अशोक गहलोत और कमल नाथ कांग्रेस परिवार के कलेक्टर हैं। वह उनके लिए पैसे इकट्ठा करते हैं। नड्डा ने कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था और कहा था कि कांग्रेस सत्ता में बने रहने के लिए अनैतिक तरीकों का सहारा ले रही है। हालांकि, विधानसभा चुनाव के बाद से अब तक बहुत कुछ बदल चुका है। अब छत्तीसगढ़ में बीजेपी की अगुवाई वाली सरकार है।

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