Chunav 2024: बिहार में BJP-LJP (R) में सीट बंटवारे की डील फाइनल, नड्डा से मिले चिराग, बोले- जल्द होगी घोषणा

Lok Sabha Election 2024: चिराग पासवान ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा है कि बीजेपी के साथ सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया गया है। उन्होंने कहा है कि इसकी औपचारिक घोषणा जल्द ही की जाएगी।

Updated On 2024-03-13 18:47:00 IST
LJP (R) और BJP के बीच सीट बंटवारे की डील फाइनल।

Lok Sabha Election 2024: लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने बुधवार को कहा कि आगामी 2024 लोकसभा चुनावों के लिए भाजपा के साथ सीट-बंटवारे के समझौते को अंतिम रूप दे दिया गया है। चिराग पासवान ने कहा कि इस संबंध में औपचारिक घोषणा जल्द ही की जाएगी। चिराग ने यह घोषणा भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद की। उन्होंने साफ कर दिया है कि LJP (R) एनडीए के साथ मिलकर आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेगी।

चिराग पासवान ने क्या कहा?
एलजेपी (आर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान बुधवार को दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से मुलाकात की। उन्होंने नड्डा से मुलाकात के बाद एक्स पर पोस्ट करते हुए बताया कि बीजेपी के साथ सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया गया है। इसकी औपचारिक घोषणा जल्द की जाएगी। पासवान ने जेपी नड्डा के साथ मुलाकात की तस्वीरें भी साझा की है। हालांकि, चिराग पासवान ने सीटों के आंकड़े को लेकर अभी पता साफ नहीं किया है, लेकिन सामने आए तस्वीर में वह काफी खुश नजर आ रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि चिराग सीट बंटवारे से संतुष्ट हैं।

ये है सीट शेयरिंग का फॉर्मूला
ऐसा कहा जा रहा कि बिहार एनडीए में शामिल सभी पार्टियों के बीच सीट शेयरिंग का फार्मूला फाइनल हो गया है। माना जा रहा कि बिहार में भारतीय जनता पार्टी 17 सीट, नीतीश कुमार की पार्टी जदयू 16 सीट, उप्रेंद्र कुशवाहा की पार्टी 1 सीट, जीतन राम मांझी की पार्टी 1 सीट और चिराग पासवान की पार्टी 5 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। जबकि,पशुपति पारस की पार्टी को भाजपा लोकसभा की सीट देने से इंकार कर दिया है।

बिहार में है कुल 40 लोकसभा सीटें
आपको बता दें कि, बिहार में लोकसभा की कुल 40 सीटें हैं। इसमें 2019 लोकसभा चुनाव में एनडीए ने जबरदस्त परफॉर्म करते हुए 40 में से 39 सीटों पर जीत हासिल की थी। पिछले लोकसभा चुनाव में चिराग पासवान की पार्टी ने सभी 6 सीटों पर जीत दर्ज की थी। हालांकि, बाद में चाचा पशुपति पारस और चिराग पासवान के बीच विवाद के चलते पार्टी का बंटवारा हो गया और दो गुट बन गए थे। लेकिन, अब ऐसा लग रहा है कि भाजपा पारस को छोड़ चिराग पर ज्यादा भरोसा कर रही है और हर हाल में उन्हें एनडीए का हिस्सा बनाए रखना चाहती है।

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