Kolkata Doctor Murder: पुलिस लिखी टी-शर्ट और बाइक लेकर रौब झाड़ता था आरोपी, अरेस्ट के बाद बोला- मुझे फांसी दे दो

Kolkata Doctor Murder: आरोपी संजय रॉय पुलिसकर्मी नहीं है, लेकिन फिर भी वह केपी (कोलकाता पुलिस) लिखी टी-शर्ट पहनकर घूमता है। उसकी बाइक पर भी केपी का टैग लगा मिला है।

Updated On 2024-08-12 15:13:00 IST
Kolkata Doctor Murder Accuse Sanjay Roy

Kolkata Doctor Murder: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में 31 वर्षीय जूनियर डॉक्टर के दुष्कर्म और हत्या के आरोप में गिरफ्तार संजय रॉय खुद को पुलिसकर्मी बताया करता है। जबकि असल में वह पुलिस का कर्मचारी नहीं था। रॉय अक्सर केपी (कोलकाता पुलिस) लिखी टी-शर्ट पहनता था और उसकी बाइक पर भी केपी का टैग लगा हुआ था। रॉय कोलकाता पुलिस में सिविक वॉलंटियर के रूप में काम करता था, जो कि अस्थायी कर्मचारी होते हैं और उन्हें पुलिस महकमे में अलग-अलग कामों में मदद के लिए रखा जाता है, जैसे ट्रैफिक नियंत्रण और आपदा प्रबंधन। इन वॉलंटियर्स को करीब 12,000 रुपए मंथली सैलरी दी जाती है, लेकिन इन्हें रेगुलर पुलिसकर्मियों जैसी सुविधाएं नहीं मिलती हैं।

आरोपी ने ले ली थी बैरक में रहने की परमिशन

  • रिपोर्ट्स के अनुसार, संजय रॉय ने 2019 में कोलकाता पुलिस के आपदा प्रबंधन समूह में वॉलंटियर के रूप में काम शुरू किया था, लेकिन बाद में वह पुलिस कल्याण प्रकोष्ठ में चला गया। इसके बाद वह आरजी कर मेडिकल कॉलेज में स्थित पुलिस चौकी में तैनात हुआ और उसे अस्पताल के सभी विभागों तक पहुंच हासिल हो गई। 
  • रॉय एक रैकेट का हिस्सा है, जो अस्पताल में भर्ती कराने के लिए मरीजों के परिजनों से पैसे वसूलता है। अगर सरकारी अस्पताल में बेड नहीं मिलता, तो वह पास के नर्सिंग होम में भर्ती कराने के लिए भी पैसे लेता था।
  • हालांकि रॉय नियमित पुलिसकर्मी नहीं था, लेकिन उसने अपने कॉन्टैक्ट के जरिए पुलिस बैरक में रहने की इजाजत हासिल कर ली थी। वह केपी लिखी टी-शर्ट पहनता था और खुद को कोलकाता पुलिस का कर्मचारी बताकर रौब झाड़ा करता था। कई अन्य सिविक वॉलंटियर्स भी उसे पुलिसकर्मी मानते थे।

खुला राज: आरोपी के गले में हेडसेट डला दिखा

  • मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस पूछताछ में संजय रॉय ने गुनाह कबूल कर लिया है। उसने बिना किसी पछतावे के कहा, "अगर आप चाहें तो मुझे फांसी दे दो।" उसके मोबाइल फोन में अश्लील क्लिप्स भी पाई गई हैं।
  • आरोपी रॉय अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे में शुक्रवार तड़के 4 बजे इमरजेंसी बिल्डिंग में अंदर जाता रिकॉर्ड हुआ था। उसी बिल्डिंग में डॉक्टर का शव कुछ घंटों बाद मिला। एक महत्वपूर्ण सुराग एक ब्लूटूथ हेडसेट था, जो पीड़िता के शव के पास मिला। 
  • सीसीटीवी फुटेज में यही हेडसेट रॉय की गर्दन में डला नजर आया था। लेकिन जब वह बाहर निकला तो हेडसेट गले में नहीं था। पुलिस ने जब अंदर मिले हेडसेट को रॉय के फोन से कनेक्ट किया तो इसमें जरा भी देरी नहीं हुई। 

वारदात के बाद आरोपी ने घर जाकर धोए थे कपड़े
सूत्रों के अनुसार, संजय रॉय ने डॉक्टर की हत्या करने के बाद अपने घर जाकर कपड़े धोए ताकि सबूत नष्ट हो जाएं। हालांकि, पुलिस को उसके जूतों पर खून के धब्बे मिले हैं। आरोपी को 23 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। इस दर्दनाक घटना के बाद देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, और मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने इस्तीफा दे दिया है। इस घटना ने डॉक्टरों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर तब जब किसी को भी परिसर में बेरोकटोक पहुंच मिल सकती है।

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