अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में नहीं जाएगी कांग्रेस, इसे BJP-RSS का राजनीतिक प्रोजेक्ट बताया

Congres denies to Attend Ram Mandir inauguration: कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि वह 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होगी। इस समारोह के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकाजुर्न खड़गे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन समेत को आमंत्रित किया गया था।

Updated On 2024-01-10 18:42:00 IST
कांग्रेस ने बुधवार को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने से इनकार कर दिया।

Congress denies to Attend Ram Mandir inauguration: कांग्रेस ने अयोध्या राम मंदिर के भव्य उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होने का फैसला किया है। पार्टी ने इसे भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का एक "राजनीतिक प्रोजेक्ट" करार दिया है। मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी ने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित किया गया था। हालांकि, कांग्रेस नेताओं ने बुधवार को इस समारोह में नहीं जाने का फैसला किया। 

क्या बोले कांग्रेस नेता जयराम रमेश
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, जयराम रमेश ने कहा कि हम भगवान राम और सुप्रीम कोर्ट के 2019 के फैसले का सम्मान करते हैं। हालांकि लोकसभा चुनाव के करीब आने के बाद मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन किया जा रहा है। यह भाजपा और आरएसएस द्वारा राजनीति से प्रेरित कदम है। वहीं कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने इस बारे में पूछे जाने पर कहा कि वह इस पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि इस पर पार्टी हाईकमान ने निर्णय लिया है। 

22 जनवरी को होगा प्राण प्रतिष्ठा समारोह
22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। 16 जनवरी से ही अनुष्ठान शुरू हो जाएंगे। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ के अनुसार, राम मंदिर एक तीन मंजिला मंदिर है। हर एक मंजिल 20 फीट की ऊंचाई का है। मंदिर में कुल 392 खंभे और 44 दरवाजे हैं। गर्भगृह में भगवान राम के बाल स्वरूप रामलला को स्थापित किया जाएगा। मंदिर के पांच मंडप बनाए गए हैं। जिसमें नृत्य मंडप, रंग मंडप, सभा मंडप, प्रार्थना और कीर्तन मंडप शामिल हैं।

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