विजयादशमी 2025: मोहन भागवत का ट्रंप टैरिफ पर निशाना, स्वदेशी और आत्मनिर्भरता पर दिया जोर
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने विजयादशमी 2025 पर अमेरिकी टैरिफ नीति की आलोचना करते हुए स्वदेशी उत्पादों और आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देने की अपील की।
मोहन भागवत
नागपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के शताब्दी वर्ष पर नागपुर के रेशिमबाग मैदान में विजयादशमी उत्सव भव्य रूप से आयोजित हुआ। इस अवसर पर सरसंघचालक मोहन भागवत ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नई टैरिफ नीति पर अप्रत्यक्ष निशाना साधते हुए आत्मनिर्भरता और स्वदेशी को मजबूती देने की अपील की।
भागवत ने कहा कि अमेरिका द्वारा भारत पर 50% टैरिफ लगाना वैश्विक व्यापार में दबाव की राजनीति का उदाहरण है। उन्होंने स्पष्ट किया कि कोई भी देश अलग-थलग नहीं रह सकता, लेकिन आर्थिक निर्भरता मजबूरी में नहीं बदलनी चाहिए। भारत को स्वदेशी उत्पादों पर भरोसा बढ़ाते हुए आत्मनिर्भर बनना होगा और कूटनीतिक संबंध भी बनाए रखने होंगे। सभा को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा, “जब हम घर पर शिकंजी बना सकते हैं, तो कोल्ड ड्रिंक क्यों पिएं? जो चीज हमारे देश में बने, वही इस्तेमाल करनी चाहिए।”
भागवत ने अमेरिका की नीति पर आलोचना करते हुए जोर दिया कि भारत को अपनी आत्मनिर्भरता और स्वदेशी उत्पादन को बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने सभा में उपस्थित लोगों से यह भी कहा कि देश को आर्थिक और सामाजिक दोनों स्तरों पर मजबूत बनाने के लिए स्वदेशी उत्पादों का उपयोग प्राथमिकता हो।
इस ऐतिहासिक समारोह में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। आरएसएस के 100 साल पूरे होने पर यह समारोह राष्ट्रीय एकता और आत्मनिर्भरता का प्रतीक रहा।