Indigo Flight: लखनऊ एयरपोर्ट पर बड़ा हादसा, इंडिगो की फ्लाइट में सांसद डिंपल यादव समेत 151 यात्री थे सवार

लखनऊ एयरपोर्ट पर इंडिगो की फ्लाइट 6E-2111 में बड़ा हादसा टल गया। टेकऑफ़ से पहले इंजन की खराबी के कारण विमान अचानक रोक दिया गया। फ्लाइट में डिंपल यादव समेत 151 यात्री सवार थे। जानें पूरी घटना।

Updated On 2025-09-14 15:54:00 IST

लखनऊ एयरपोर्ट पर बड़ा हादसा टला, इंडिगो की फ्लाइट में सांसद डिंपल यादव समेत 151 यात्री थे सवार

लखनऊ: चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शनिवार (13 सितंबर) सुबह उस समय हड़कंप मच गया, जब दिल्ली जाने वाली इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट को टेकऑफ़ से ठीक पहले अचानक रोकना पड़ा। विमान के इंजन में तकनीकी खराबी आने के कारण यह आपातकालीन निर्णय लिया गया। इस फ्लाइट में समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव सहित कुल 151 यात्री सवार थे।

तेज रफ्तार विमान में अचानक ब्रेक

यह घटना शनिवार सुबह की है। ज़ब इंडिगो की फ्लाइट संख्या 6E-2111 सुबह 10:30 बजे के आसपास लखनऊ से दिल्ली के लिए उड़ान भरने को तैयार थी। विमान में यात्रियों की बोर्डिंग पूरी हो चुकी थी और सभी अपनी-अपनी सीटों पर बैठ चुके थे। विमान रनवे पर पहुंचा और पायलट ने उड़ान भरने के लिए इंजन की रफ्तार बढ़ानी शुरू की। उड़ान के लिए आवश्यक 'थ्रस्ट' मिलते ही विमान को हवा में ऊपर उठना था, लेकिन अचानक इंजन में गड़बड़ी महसूस हुई। पायलट ने स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए तत्काल विमान को आगे बढ़ने से रोक दिया और एयर ट्रैफिक कंट्रोल को सूचित किया।

तेज रफ्तार में चल रहे विमान को अचानक रोके जाने से अंदर बैठे यात्रियों में एक पल के लिए दहशत का माहौल बन गया। कई यात्रियों को लगा कि कोई बड़ा हादसा होने वाला है। यात्रियों में हरबराहट मच गई विमान में सवार क्रू मेंबर्स ने यात्रियों को शांत कराया और उन्हें स्थिति की जानकारी दी।

तकनीकी खामी ने बढ़ाई परेशानी

विमान को रनवे से वापस लौटाकर पार्किंग में लाया गया, जहाँ इंडिगो के इंजीनियरों की एक टीम ने तकनीकी खराबी का पता लगाने के लिए जाँच शुरू की। हालांकि यात्रियों को उसी उड़ान के लिए दूसरे विमान में शिफ्ट किया गया। दूसरे विमान से दिल्ली के लिए रवाना किया गया।

एयरलाइन प्रशासन ने यात्रियों को हुई असुविधा के लिए खेद व्यक्त किया। इस पूरे घटनाक्रम में कुछ घंटों की देरी हुई, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

यह घटना एक बार फिर हवाई यात्रा की सुरक्षा पर सवालिया निशान लगाती है। हालांकि, पायलट की सूझबूझ और तत्काल लिए गए फैसले की सराहना की जानी चाहिए, जिसने 151 लोगों की जान बचाई। यह घटना याद दिलाती है कि यात्रियों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता और एयरलाइंस को नियमित रखरखाव और जाँच प्रक्रियाओं को और भी सख्त बनाना चाहिए।

Tags:    

Similar News