कर्नाटक बस हादसा: बेंगलुरु-गोकर्णा स्लीपर बस में लगी भीषण आग, 9 लोगों की दर्दनाक मौत, 20 से अधिक घायल
कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में हिरियूर के पास बेंगलुरु से गोकर्णा जा रही निजी स्लीपर बस कंटेनर ट्रक से टकरा गई। टक्कर के बाद बस में भीषण आग लग गई, हादसे में 9 लोगों की मौत और 20 से अधिक घायल।
कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में गुरुवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में 9 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई।
Karnataka Bus Accident: कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में गुरुवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में 9 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई। यह हादसा हिरियूर के पास नेशनल हाईवे पर उस वक्त हुआ, जब बेंगलुरु से गोकर्णा जा रही एक निजी स्लीपर बस सामने से आ रहे कंटेनर ट्रक से टकरा गई। बस में कुल 32 यात्री सवार थे। यह बस सीबर्ड टूरिस्ट (Seabird Tourist) द्वारा संचालित की जा रही थी।
कैसे हुआ हादसा?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सामने से आ रहा कंटेनर ट्रक अचानक नियंत्रण खो बैठा, डिवाइडर पार कर गया और सीधा बस से टकरा गया। टक्कर बस के डीजल टैंक के पास हुई, जिससे ईंधन फैलते ही आग भड़क उठी। कुछ ही सेकंड में बस आग के गोले में बदल गई। उस समय अधिकांश यात्री गहरी नींद में थे, जिससे उन्हें बाहर निकलने का मौका नहीं मिल सका। हादसे के वक्त पीछे चल रहे एक वाहन में सवार सचिन ने बताया कि बस ने कुछ देर पहले ही उन्हें ओवरटेक किया था।
उन्होंने कहा, ''कंटेनर ट्रक डिवाइडर तोड़कर सामने से बस से टकरा गया। टक्कर सीधे डीजल टैंक के पास हुई और आग तुरंत लग गई।''
यात्रियों का खौफनाक अनुभव
हादसे में बच निकले यात्री आदित्य ने बताया कि बस का दरवाजा नहीं खुल रहा था। उन्होंने कहा, ''हमें खिड़की का शीशा तोड़कर बाहर कूदना पड़ा। चारों तरफ आग फैल चुकी थी, किसी को बचाना नामुमकिन हो गया था।''
राहत और बचाव कार्य जारी
हादसे के बाद मौके पर पहुंची राहत टीमों ने 22 घायलों को अस्पताल पहुंचाया। इनमें से 12 घायल हिरियूर अस्पताल में भर्ती हैं, जबकि 9 गंभीर घायलों को सीरा रेफर किया गया है। आग इतनी भीषण थी कि 11 शव पूरी तरह झुलस गए, जिनकी पहचान करना मुश्किल हो रहा है।
जांच के आदेश
प्रशासन ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। खास तौर पर उस कंटेनर ट्रक की मैकेनिकल स्थिति की जांच की जा रही है, जो डिवाइडर पार कर बस से टकराया।
चारों ओर मातम पसरा है और पीड़ित परिवारों के लिए अपने अपनों की पहचान करना सबसे बड़ी चुनौती बन गया है।