पृथ्वी पर लौटे शुभांशु: कैलिफोर्निया तट पर हुई स्पेसक्राफ्ट की लैंडिंग, देखें वीडियो
Axiom 4 Mission Return: शुभांशु शुक्ला सहित चार एस्ट्रोनॉट अंतरिक्ष से पृथ्वी पर लौट आए हैं। 23 घंटे के सफर के बाद ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट की दोपहर 3 बजे कैलिफोर्निया के समुद्र में लैंडिंग हुई।
Axiom 4 Mission Earth Return LIVE Update
Axiom 4 Mission Return: शुभांशु शुक्ला सहित चार एस्ट्रोनॉट अंतरिक्ष से पृथ्वी पर लौट आए हैं। 23 घंटे के सफर के बाद ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट की दोपहर 3 बजे कैलिफोर्निया के समुद्र में लैंडिंग हुई। चारों एस्ट्रोनॉट सोमवार (14 जुलाई) को शाम 4:45 बजे ISS से पृथ्वी के लिए रवाना हुए थे।
मैं ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का स्वागत करता हूं
पीएम मोदी ने शुभांशु शुक्ला के सकुशल धरती पर लौट आने पर खुशी जताते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा किया। पीएम मोदी ने लिखा 'मैं पूरे देश के साथ ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का स्वागत करता हूं, जो अपने ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन से पृथ्वी पर लौट आए हैं। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन का दौरा करने वाले भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री के रूप में उन्होंने अपने समर्पण, साहस और अग्रणी भावना से करोड़ों सपनों को प्रेरित किया है। यह हमारे अपने मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन गगनयान की दिशा में एक और मील का पत्थर है।
26 जून को अंतरिक्ष में पहुंचे थे
एक्सिओम मिशन-4 (Ax-4) में चार देशों के चार एस्ट्रोनॉट 18 दिन तक अंतरिक्ष में रहे। भारत के शुभांशु शुक्ला, मिशन विशेषज्ञ पोलैंड के स्लावोज़ उज़्नान्स्की, हंगरी के कमांडर पैगी व्हिटसन और अमेरिकी की मिशन विशेषज्ञ टिबोर कापू 26 जून को शाम 4:01 बजे ISS पहुंचे थे। एक्सियम मिशन 4 के तहत 25 जून को दोपहर 12 बजे एस्ट्रोनॉट रवाना हुए थे। स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट से जुड़े ड्रैगन कैप्सूल में इन्होंने कैनेडी स्पेस सेंटर से उड़ान भरी थी।
14 की शाम को हुए थे रवाना
चारों एस्ट्रोनॉट की अब धरती पर वापसी हो रही है। चारों अंतरिक्ष यात्री 14 जुलाई को शाम 4:45 बजे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से पृथ्वी के लिए रवाना हुए थे। 15 जुलाई को दोपहर तक शुभांशु शुक्लाका ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट कैलिफोर्निया के तट पर स्प्लैशडाउन होगा। स्पेसक्राफ्ट 263 किलो से ज्यादा कार्गो के साथ वापस आ रहा है। इसमें नासा का हार्डवेयर और 60 से ज्यादा प्रयोगों का डेटा शामिल होगा।
शुभांशु ISS पर जाने वाले पहले भारतीय
भारत के शुभांशु ISS पर जाने वाले पहले और स्पेस में जाने वाले दूसरे भारतीय हैं। इससे पहले राकेश शर्मा ने 1984 में सोवियत यूनियन के स्पेसक्राफ्ट से अंतरिक्ष यात्रा की थी। शुभांशु शुक्ला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के निवासी हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा अलीगंज स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल में हुई। 12वीं कक्षा के बाद उन्होंने नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) की प्रवेश परीक्षा पास की और वहीं से स्नातक की डिग्री प्राप्त की। 17 जून 2006 को शुभांशु भारतीय वायुसेना के फाइटर विंग में शामिल हुए। वे एक कुशल और अनुभवी फाइटर पायलट के साथ-साथ टेस्ट पायलट भी हैं। अब तक वे 2,000 घंटे से अधिक उड़ान का अनुभव हासिल कर चुके हैं।
एक गौरवपूर्ण उपलब्धि के रूप में, ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला एक्सिओम-4 मिशन के साथ अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर 18 दिनों का सफल प्रवास पूरा कर चुके हैं। ड्रैगन अंतरिक्ष यान द्वारा पृथ्वी पर लौटते हुए वे और उनके दल प्रशांत महासागर में सुरक्षित उतरे। यह मिशन भारत के अंतरिक्ष इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ता है, जिसमें भारतीय वायु सेना के एक अधिकारी ने व्यावसायिक अंतरिक्ष यात्रा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
परिवार को इंतजार
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का परिवार अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर 18 दिनों के प्रवास के बाद आज प्रशांत महासागर में ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला और Axiom-4 चालक दल के उतरने को देखने के लिए सिटी मॉन्टेसरी स्कूल में इकट्ठा हुआ।
शुभांशु शुक्ला सहित चार एस्ट्रोनॉट का ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट 23 घंटे का सफर तय कर दोपहर 3 बजे कैलिफोर्निया के समुद्र में उतरेगा।