सहकार संवाद: राजनीति से रिटायर होंगे अमित शाह? खुद बताया प्लान; जानें क्या कहा?

गृह मंत्री अमित शाह राजनीति से रिटायरमेंट के बाद वेद-उपनिषद पढ़ेंगे और प्राकृतिक खेती करेंगे। सहकार संवाद में महिलाओं को बताई सफलता की कहानी।

Updated On 2025-07-09 18:17:00 IST

सहकार संवाद: राजनीति से रिटायर होंगे अमित शाह? खुद बताया प्लान; जानें क्या कहा? 

Amit Shah Retirement Plan : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पहली बार अपने राजनीतिक रिटायरमेंट के बाद की योजना सार्वजनिक रूप से साझा की। बुधवार, 9 जुलाई को 'सहकार संवाद' को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि सियासत से सन्यास लेने के बाद वे अपना जीवन वेद, उपनिषद और प्राकृतिक खेती को समर्पित करना चाहते हैं।

अमित शाह ने बुधवार को गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान की महिला सहकारी कार्यकर्ताओं से संवाद किया। अपने गांव और जीवन से जुड़ी दिलचस्प कहानी सुनाते हुए स्लावलंबन की सीख दी। बताया, सहकारिता के जरिए कैसे व्यापक स्तर पर बदलाव लाए जा सकते हैं। 

प्राकृतिक खेती का किया समर्थन

  • अमित शाह ने रासायनिक खेती के खतरों से अवगत कराया। कहा,फर्टिलाइजर वाले गेहूं से कैंसर, बीपी, डायबिटीज, थायरॉयड जैसी बीमारियां होती हैं। शुरुआत में समझ आता नहीं, लेकिन बाद में दिक्कतें बढ़ जाती हैं। प्राकृतिक खेती न सिर्फ सेहत, बल्कि उत्पादन के लिए भी अच्छी है। 
  • अमित शाह ने बताया कि एक गाय के गोबर से 21 एकड़ खेत के लिए जैविक खाद बनाना संभव है। उन्होंने दावा किया कि केचुएं किसी भी खाद के बराबर काम करते हैं। बताया कि मैंने प्राकृतिक खेती से 1.5 गुना तक उत्पादन प्राप्त किया है। 

प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देगी सरकार
सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बताया कि सरकार ने प्राकृतिक खेती के अनाज की खरीद के लिए कोऑपरेटिव बनाए हैं। एक्सपोर्ट के लिए भी अलग कोऑपरेटिव बनाई गई हैं। कहा, 8-10 साल में अमूल की तर्ज पर प्राकृतिक उत्पादों के लिए टेस्टिंग और मुनाफे की व्यवस्था करेंगे।

महिलाओं की सहकारिता कहानियों से प्रभावित शाह

ऊंटनी के दूध से कमाई
सहकार संवाद में गुजरात के मीरल बहन अपने सफलता की कहानी साझा की। बताया, हम लोग ऊंटनी के दूध का व्यवसाय करते हैं। हमारे इस व्यवसाय से 360 परिवार जुड़े हैं। उन्होंने इस पर रिसर्च की जरूरत बताई तो अमित शाह ने कहा, तीन संस्थानों को अनुसंधान के निर्देशित किया जा चुका है।

15 करोड़ की कमाई
मध्य प्रदेश की रूचिका परमार ने बताया कि उनका समूह खाद और ऋण वितरण करता है। इससे सालाना 15 करोड़ की कमाई होती है। बताया कि हमारे समूह से 2508 महिलाएं जुड़ी हैं। गांव में हम लोग शादी घर बनाना चाहते हैं। इस पर अमित शाह ने जिला सहकारी बैंक से ऋण दिलाने का आश्वासन दिया।

ढाई करोड़ की बचत से आत्मनिर्भरता
राजस्थान की सीमा देवी ने बताया कि उनके समूह ने ₹2.5 करोड़ की बचत की है। इस पूंजी से महिलाएं पशुपालन, कृषि और छोटे व्यवसाय शुरू करती हैं।

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