जेल से कोई सरकार चला सकता है?: 130वें संविधान संशोधन बिल पर अमित शाह का नया दांव; राहुल और लालू को घेरा
बिहार चुनाव से पहले गृह मंत्री अमित शाह ने 130वें संविधान संशोधन बिल पर बड़ा दांव चला है। भ्रष्टाचार मुक्त शासन व्यवस्था के बहाने उन्होंने विपक्षी नेताओं खासकर राहुल गांधी और लालू यादव पर निशाना साधा।
Amit Shah Interview
Amit Shah Interview: गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार, 25 अगस्त को 130वें संविधान संशोधन विधेयक पर बड़ा दावा किया है। कहा, यह बिल भ्रष्टाचार मुक्त शासन व्यवस्था और उसमें पारदर्शिता के उद्देश्य से लाया गया है। मुझे पूरा भरोसा है कि विपक्षी सांसद भी इसका समर्थन करेंगे। ANI से बातचीत में उन्होंने राहुल गांधी, लालू यादव और बी सुदर्शन रेड्डी पर टिप्पणी की। साथ ही बताया कि जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा क्यों दिया।
गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधा। कहा, यह लोग आज भी कोशिश कर रहे हैं कि अगर कभी जेल गए तो जेल से ही सरकार बना लेंगे। जेल को ही CM (मुख्यमंत्री) हाउस और PM (प्रधानमंत्री) हाउस बना देंगे। DGP, मुख्य सचिव, कैबिनेट सचिव या गृह सचिव जेल से ही इनके आदेश लेंगे।
राहुल गांधी में क्या अब नैतिकता नहीं बची
गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस द्वारा बिल का विरोध किए जाने पर सवाल उठाए। कहा, मनमोहन सिंह की सरकार ने लालू यादव को बचाने के लिए जो अध्यादेश लेकर आई थी, राहुल गांधी ने उसे फाड़ दिया था। आखिर उसका क्या औचित्य था? अगर राहुल में उस दिन नैतिकता थी तो क्या आज नहीं है? क्या आज वे (कांग्रेस) इसलिए विरोध कर रहे हैं कि लगातार तीन चुनाव हार चुके हैं?विपक्षी सांसद भी करेंगे समर्थन
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि 130वें संविधान संशोधन विधेयक पारित हो जाएगा। कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों में ऐसे कई सांसद हैं, जो नैतिकता का समर्थन करेंगे और नैतिकता के आधार को बनाए रखेंगे।
कार्यक्रम प्रबंधन और जनता से संवाद में अंतर
गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी के आउटरीच कार्यक्रमों पर भी सवाल उठाए। उनकी वोटर अधिकार यात्रा में पहुंचने वाली भीड़ पर कहा किसी कार्यक्रम का प्रबंधन करने और जनता से संवाद करने में बहुत अंतर है।जगदीप धनखड़ ने क्यों छोड़ा उपराष्ट्रपति पद
पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, धनखड़ जी संवैधानिक पद पर आसीन थे। उन्होंने अपने कार्यकाल में संविधान के अनुरूप अच्छा काम किया है और व्यक्तिगत स्वास्थ्य समस्या के कारण इस्तीफा दिया है।
संसद में CISF की तैनाती पर दिया जवाब
संसद के अंदर CISF की तैनाती पर अमित शाह ने कहा, मार्शल सदन में तभी प्रवेश करते हैं, जब अध्यक्ष आदेशित करते हैं। यह बदलाव उस बड़ी घटना के बाद आया है, जब कुछ वामपंथी लोगों ने संसद में स्प्रे किया था। विपक्ष को बहाने चाहिए और वे जनता में भ्रम पैदा करना चाहते हैं। 3 चुनाव हारने के बाद हताशा के इस स्तर ने उनका विवेक खो दिया है।
पूर्व जस्टिस सुदर्शन रेड्डी पर निशाना
गृह मंत्री अमित शाह ने उपराष्ट्रपति उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी पर कहा, उन्होंने सलवा जुडूम को खारिज कर आदिवासियों के आत्मरक्षा के अधिकार को खत्म किया है। यही कारण है कि देश में नक्सलवाद 2 दशकों से ज़्यादा समय तक चला। मेरा मानना है कि वामपंथी विचारधारा ही (सुदर्शन रेड्डी को चुनने का) मानदंड रही होगी।