King Cobra Video: ओडिशा के मयूरभंज में दिखा 14 फुट लंबा किंग कोबरा, देखिये कैसे पकड़े गए 'नागराज'
ओडिशा के मयूरभंज में 14 फुट लंबे किंग कोबरा को देखकर स्थानीय लोगों में हड़कंप मच गया। सूचना मिलने पर वन विभाग और स्नेक हेल्पलाइन के सदस्यों के संयुक्त प्रयासों से इसे पकड़ लिया गया। देखिये वीडियो...
मयूरभंज में 14 फुट लंबे किंग कोबरा को रेस्क्यू करते वन विभाग और स्नेक हेल्पलाइन के सदस्य।
ओडिशा के मयूरभंज जिले के पद्मपोखरी गांव के पास 14 फुट लंबे किंग कोबारा को देखते हुए स्थानीय लोगों में हड़कंप मच गया। लोगों ने इसकी सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दी गई। वन विभाग और स्नेक हेल्पलाइन के सदस्यों ने कड़े प्रयासों के बाद इस कोबरा किंग को रेस्क्यू करके जंगल में छोड़ दिया। इस कोबरा किंग के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता के बाद ही स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली। नीचे देखिये पूरा वीडियो
इसी साल अगस्त महीने में मयूरभंज जिले से भी किंग कोबरा से जुड़ी खबर सामने आई थी। यहां के रत्तापुर गांव के दहीसाही इलाके में एक युवक पूरी रात अपने बिस्तर पर 7 फुट लंबे जहरीले कोबरा के साथ सोया रहा था। जब सुबह उठा तो बिस्तर पर फिसलन जैसा महसूस हुआ। जब बिस्तर से छलांग लगाकर लाइट जलाई तो उसके होश उड़ गए। सूचना पाने पर रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। चूंकि बिस्तर पर मच्छरदानी भी लगी थी, लिहाजा कोबरा किंग को बाहर निकलने का रास्ता नहीं मिला और आसानी से उसे रेस्क्यू कर लिया गया।
जब क्लासरूम में घुस गया था किंग कोबरा
यह अकेली घटनाएं नहीं हैं, जब विशालकाय किंग कोबरा की वजह से हड़ंप मचा हो। मई महीने में भी ओडिशा के गजपति जिले के रायगड़ा ब्लॉक में 20 फुट लंबे किंग कोबरा देखा गया था। यह किंग कोबरा गांव की गलियों में नहीं बल्कि रायगड़ा ब्लॉक स्थित एसएसडी हायर सेकेंडरी स्कूल की एक क्लासरूम में घुस गया था।
स्कूल स्टाफ ने सूझबूझ का परिचय देते हुए क्लासरूम को बाहर से लॉक कर दिया था। इस किंग कोबारा को बाहर जाने का रास्ता नहीं मिल सका। ऐसे में जब रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची तो उसे पकड़ने में सफलता मिल गई। अगर बाहर जाने का रास्ता मिलता तो फिर से उसे जंगल में छोड़ना मुश्किल होता।
स्थानीय लोगों ने बताया था कि यह किंग कोबरा कई दिनों में बीच बीच के अंतराल में स्कूल के आसपास दिख जाता था। ऐसे में बच्चों को अलर्ट किया था कि सतर्कता के साथ ही चलना है। लेकिन, इस किंग कोबरा के न पकड़े जाने से डर रहता था कि कोई इसकी चपेट में न आ जाए। अब इसके पकड़े जाने और जंगल में छोड़े जाने से उसका डर समाप्त हो गया है।