World Aids Day 2025: एड्स होने पर क्या-क्या दिक्कत आ सकती है, जानिए लक्षण

World AIDS Day 2025: एचआइवी के शुरुआती लक्षण, शरीर पर होने वाले प्रभाव और बचाव के जरूरी उपाय। इस बीमारी के लिए जागरूक रहें और समय पर टेस्टिंग कराएं।

Updated On 2025-12-01 12:05:00 IST

विश्व एड्स दिवस (File Photo)

World Aids Day 2025: सर्दियों की हल्की धूप और दिसंबर की पहली तारीख, ये दोनों मिलकर सिर्फ मौसम नहीं, बल्कि कुछ याद दिलाते हैं। (World AIDS Day) हर साल हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि हेल्थ सिर्फ हमारी नहीं, पूरे समाज की जि्म्मेदारी है। एड्स एक ऐसी बीमारी है जिसके बारे में अक्सर लोग बात करने से हिचकते हैं, जबकि सच यह है कि जागरूकता ही इसकी सबसे बड़ी रोकथाम है।

लंबे समय से एचआईवी दुनिया के लिए एक चुनौती बना हुआ है, लेकिन सही जानकारी, समय पर टेस्टिंग और सावधानी के साथ इससे बचाव पूरी तरह संभव है। इसलिए आइए जानते हैं एड्स होने पर शरीर में क्या-क्या दिक्कतें आ सकती हैं और इसके शुरुआ लक्षण क्या होते हैं।

Source: https://www.who.int/health-topics/hiv-aids

एड्स होने पर शरीर में क्या-क्या दिक्कतें आती हैं?

एड्स के कारण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (immune system) इतनी कम हो जाती है कि छोटी-सी बीमारी भी गंभीर रूप ले सकती है।

  • सर्दी-जुकाम जल्दी हो जाना
  • फंगल इन्फेक्शन बार-बार होना
  • टीवी का खतरा बढ़ना
  • वजन का तेजी से घटना
  • थोड़ा काम करने पर भी शरीर टूटने लगता है
  • फेफड़ों की समस्याएं हो सकती हैं
  • सांस फूलने की दिक्कत हो सकती है
  • खांसी लंबे समय तक रहना
  • त्वचा संबंधी समस्याएं होना
  • दिमाग और नसों से जुड़ी दिक्कतें
  • पाचन संबंधी समस्याएं होना

एड्स होने पर शरीर की ऊर्जा खत्म होने लगती है, जिसकी वजह से बिना कोशिश के भी वजन कम होने लगता है।

HIV और AIDS के शुरुआती लक्षण

कई लोग HIV होने के शुरुआती लक्षणों को सामान्य फ्लू समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए।

  • बुखार
  • गले में खराश
  • रात में पसीना
  • मांसपेशियों में दर्द

ये लक्षण कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ़्तों तक रह सकते हैं, इसलिए जोखिम वाली स्थिति के बाद टेस्ट कराना जरूरी होता है।

एड्स के गंभीर लक्षण

अगर HIV का इलाज समय पर न हो, तो यह एड्स में बदल सकता है। इसके प्रमुख लक्षण

  • लगातार बुखार
  • किसी भी संक्रमण का ठीक न होना
  • बिल्कुल न खाने की इच्छा
  • अचानक बहुत ज्यादा वजन घटना
  • एड्स कैसे फैलता है?
  • असुरक्षित यौन संबंध
  • संक्रमित व्यक्ति का खून चढ़ना
  • एक ही सुई का बार-बार उपयोग
  • प्रसव या स्तनपान के दौरान मां से बच्चे तक

HIV होने पर किन बातों का ध्यान रखें?

  • इलाज तुरंत शुरू करें
  • डॉक्टर द्वारा दी गई सलाह सबसे जरूरी है।
  • दवा रोजाना समय पर लेना बेहद महत्वपूर्ण है।
  • नियमित जांच कराते रहें
  • हर 3 महीने में टेस्ट कराएं।
  • इससे पता चलता रहता है कि दवा सही काम कर रही है या नहीं।

स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं

  • संतुलित भोजन
  • पर्याप्त नींद
  • नियमित हल्का व्यायाम
  • ये सब इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं।

इन बातों का ज्यादा ध्यान रखें

  • सर्दी, फ्लू या किसी संक्रमण वाले व्यक्ति से दूरी रखें
  • साफ-सफाई का खास ध्यान रखें
  • कच्चा या दूषित खाना न खाएं
  • जरूरत पड़ने पर टीकाकरण करवाएं

मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें

  • सकारात्मक सोच बनाए रखें
  • भरोसेमंद लोगों से बात करें
  • सपोर्ट ग्रुप्स जुड़ना मददगार होता है
  • तनाव कम करने के लिए योग/मेडिटेशन करें

गर्भावस्था में विशेष सावधानी

  • अगर महिला HIV पॉज़िटिव है तो
  • ART नियमित ले
  • डॉक्टर की सलाह से गर्भावस्था फॉलो-अप
  • समय पर उपचार से बच्चे को HIV से बचाया जा सकता है

(World AIDS Day) यह दिन सिर्फ एक कैलेंडर डेट नहीं, बल्कि जागरूकता, समझ और संवेदनशीलता की जरूरत को बताता है। एड्स से डरना नहीं है, क्योंकि इसके बारे में सीखना और दूसरों को जागरूक करना ही सबसे बड़ा कदम है।

(Disclaimer): ये लेख सामान्य जानकारी के लिए दिया गया है। हरिभूमि इसकी पुष्टि नहीं करता, अगर आपको एड्स से जुड़ी समस्या है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

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