Herbal Kajal: घर पर आसानी से बना सकते हैं हर्बल काजल, आंखों की बढ़ेगी खूबसूरती, रहेंगी सेहतमंद

Herbal Kajal Making Tips: आप मार्केट से महंगे काजल खरीदने के बजाय इसे घर पर भी बना सकते हैं। जानते हैं इसे तैयार करने की विधि।

By :  Desk
Updated On 2025-06-10 20:07:00 IST

घर पर हर्बल काजल बनाने का आसान तरीका।

Herbal Kajal Making Tips: आजकल बाज़ार में मिलने वाले केमिकल युक्त काजल आँखों को नुकसान पहुँचा सकते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि घर पर ही प्राकृतिक और सुरक्षित काजल बनाना कितना आसान है? यह न केवल आपकी आँखों को एक गहरा और आकर्षक लुक देगा, बल्कि हानिकारक रसायनों से भी बचाएगा। सदियों से हमारी दादी-नानी घर पर ही काजल बनाती आई हैं, जो आँखों की रोशनी बढ़ाने और उन्हें ठंडा रखने का काम करता था।

घर का बना हर्बल काजल सिर्फ़ सुंदरता ही नहीं, बल्कि आँखों के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखता है। इसमें किसी भी तरह के प्रिजर्वेटिव या सिंथेटिक रंग नहीं होते, जिससे यह संवेदनशील आँखों के लिए भी पूरी तरह सुरक्षित है। इस प्राकृतिक काजल से आप अपनी आँखों को बिना किसी चिंता के सजा सकते हैं, और साथ ही उन्हें धूल-मिट्टी व प्रदूषण से भी बचा सकते हैं। तो आइए, जानते हैं कि कैसे घर पर ही हर्बल काजल को तैयार कर सकते हैं।

आवश्यक सामग्री

बादाम: 10-15 (शुद्ध, कच्चे बादाम)

शुद्ध गाय का घी: 1-2 चम्मच (बादाम जलाने के लिए और काजल में मिलाने के लिए)

कपास की बाती या सूती कपड़ा: 1-2 छोटे टुकड़े

दो छोटी कटोरियाँ/ईंटें/स्टील के गिलास: दिए के ऊपर रखने के लिए

एक खाली कटोरा/प्लेट (ऊपर रखने के लिए): जिस पर काजल की कालिख जमा होगी

चम्मच/छोटा खुरचन: कालिख इकट्ठा करने के लिए

काजल कंटेनर: एक साफ, छोटा एयरटाइट डिब्बा

काजल बनाने की विधि

दीया तैयार करना:

सबसे पहले एक मिट्टी का दिया लें और उसमें शुद्ध गाय का घी डालें। अगर मिट्टी का दिया नहीं है, तो एक छोटी कटोरी में भी घी डाल सकते हैं। अब इसमें एक सूती बाती या कपड़े का टुकड़ा भिगोकर जलाएं। सुनिश्चित करें कि लौ स्थिर और अच्छी तरह जल रही हो, क्योंकि इसी लौ से काजल की कालिख बनेगी।

कालिख इकट्ठा करना:

अब, दो छोटी कटोरियों या स्टील के गिलास को दिए के दोनों ओर रखें, ताकि वे एक आधार बना सकें। इन कटोरियों के ऊपर एक खाली कटोरा या प्लेट (जिसे आप बाद में आसानी से साफ कर सकें) उल्टा करके रखें। इस कटोरे को लौ के ठीक ऊपर इस तरह से रखें कि लौ की कालिख सीधे कटोरे के निचले हिस्से पर जमा हो। ध्यान रहे कि कटोरा लौ को बुझाए नहीं, बल्कि उससे कुछ दूरी पर हो जिससे कालिख ठीक से बन सके।

रात भर जलने दें:

दिए को रात भर या कम से कम 6-8 घंटे तक जलने दें। जैसे-जैसे दिया जलेगा, लौ से निकलने वाली कालिख उल्टे कटोरे के निचले हिस्से पर जमा होती जाएगी। सुनिश्चित करें कि दिया एक सुरक्षित और हवा रहित जगह पर रखा हो ताकि आग लगने का कोई खतरा न हो और कालिख सही से जमा हो सके। आप बीच-बीच में घी खत्म होने पर थोड़ा और घी डाल सकते हैं।

काजल बनाना:

अगली सुबह, जब दिया पूरी तरह बुझ जाए और कटोरा ठंडा हो जाए, तो सावधानी से कटोरे को उठाएं। आपको कटोरे के निचले हिस्से पर एक मोटी, काली कालिख की परत जमी हुई मिलेगी। एक साफ चम्मच या छोटे खुरचन की मदद से इस पूरी कालिख को धीरे-धीरे एक साफ, सूखे काजल कंटेनर में खुरच लें।

काजल को चिकना करना:

खुरची हुई कालिख में 2-3 बूंदें शुद्ध गाय का घी या बादाम का तेल डालें। एक साफ उंगली या छोटे स्पैटुला की मदद से इस मिश्रण को तब तक मिलाएं और मसलते रहें जब तक यह एक चिकना, गाढ़ा पेस्ट न बन जाए। सुनिश्चित करें कि इसमें कोई गांठ न रहे और यह एक समान बनावट का हो। घी मिलाने से काजल लगाने में आसान हो जाता है और आँखों को नमी भी मिलती है।

स्टोरेज और यूज़:

तैयार हर्बल काजल को एक एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करें। यह कई महीनों तक खराब नहीं होता है। जब भी आपको इसका उपयोग करना हो, एक साफ उंगली या काजल एप्लीकेटर की मदद से इसे अपनी आँखों की पलकों पर लगाएं। यह काजल आँखों को ठंडा रखने और उन्हें प्राकृतिक रूप से सुंदर बनाने में मदद करेगा।

(कीर्ति)

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