Anxiety Home Remedies: एंजाइटी दूर भगाने में मदद करेंगे 6 तरीके, बैचेनी खत्म होगी! मन होगा शांत
Anxiety Home Remedies: एंजाइटी की समस्या आजकल कम उम्र में ही नजर आने लगी है। इससे बचने में कुछ घरेलू तरीके मददगार हो सकते हैं।
एंजाइटी दूर करने के घरेलू उपाय।
Anxiety Home Remedies: भागती-दौड़ती जिंदगी, बढ़ती ज़िम्मेदारियां और हर वक्त परफॉर्म करने का प्रेशर ये सब मिलकर हमें चिंता और तनाव की दलदल में धकेल देते हैं। एंजाइटी यानी बेचैनी सिर्फ एक मन की स्थिति नहीं, बल्कि यह हमारे शरीर और सोचने की क्षमता को भी धीरे-धीरे निगल जाती है। सबसे बड़ी बात यह है कि ज़्यादातर लोग इसे नजरअंदाज़ करते रहते हैं, जब तक ये भारी न पड़ जाए।
बता दें कि एंजाइटी कोई लाइलाज बीमारी नहीं है। इसे समझदारी से मैनेज किया जा सकता है वो भी बिना किसी दवा के। कुछ आसान, लेकिन असरदार आदतें और लाइफस्टाइल चेंज इसे कंट्रोल करने में बहुत मददगार हो सकते हैं। आइए जानते हैं एंजाइटी को दूर भगाने के 6 ऐसे तरीकों के बारे में, जो न केवल सरल हैं बल्कि रोजमर्रा की ज़िंदगी में आसानी से अपनाए जा सकते हैं।
गहरी सांस लेना:
जब भी घबराहट महसूस हो, आंखें बंद कर गहरी सांस लें – नाक से अंदर और धीरे-धीरे मुंह से बाहर। यह तरीका आपके ब्रेन को "सब ठीक है" का सिग्नल भेजता है। गहरी सांसें शरीर को रिलैक्स करती हैं, दिल की धड़कन नियंत्रित करती हैं और सोच को स्थिर बनाती हैं। इसे दिन में 3-4 बार दोहराना एंजाइटी के लेवल को काफी हद तक घटा सकता है।
एक्सरसाइज और वॉकिंग:
रोजाना कम से कम 30 मिनट की फिजिकल एक्टिविटी जैसे तेज़ चाल से चलना, योग या जॉगिंग न सिर्फ शरीर को फिट रखती है, बल्कि दिमाग में एंडॉर्फिन (फील गुड हार्मोन) रिलीज़ करती है। ये हार्मोन नेचुरली मूड बेहतर बनाते हैं और स्ट्रेस कम करते हैं। एक्सरसाइज एंजाइटी से लड़ने का एक वैज्ञानिक और साइड इफेक्ट-फ्री तरीका है।
डिजिटल डिटॉक्स लें:
फोन, सोशल मीडिया और न्यूज़ का ओवरडोज़ भी एंजाइटी बढ़ाता है। हर दिन कुछ घंटे खुद को स्क्रीन से दूर रखें। इस समय को किताब पढ़ने, म्यूजिक सुनने या अपने शौक पूरे करने में लगाएं। यह ब्रेन को शांति देता है और मानसिक थकावट को कम करता है।
नींद पूरी करें:
कम नींद सीधे तौर पर मानसिक असंतुलन का कारण बनती है। कोशिश करें कि हर दिन कम से कम 7-8 घंटे की गहरी नींद लें। सोने से पहले फोन न देखें, कमरे को शांत और अंधेरा रखें। एक अच्छी नींद आपके ब्रेन को रीसेट करती है और एंजाइटी लेवल को घटाती है।
पॉजिटिव थिंकिंग अपनाएं:
हर बात का नेगेटिव एंगल सोचने से दिमाग पर प्रेशर बढ़ता है। खुद से पॉजिटिव बातें करें, ग्रैटिट्यूड प्रैक्टिस करें और छोटे-छोटे खुशियों को महसूस करें। इससे आपकी सोच स्थिर होती है और मन हल्का लगता है।
किसी से बात करें:
चुपचाप सबकुछ झेलना एंजाइटी को और गहरा बना देता है। किसी भरोसेमंद दोस्त, परिवार वाले या काउंसलर से बात करना दिल का बोझ हल्का कर देता है। शेयर करने से आप अकेले महसूस नहीं करते और समाधान की तरफ पहला कदम बढ़ाते हैं।
(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ/डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)