'वीडियो बनाकर माफी मांगो': दिव्यांगों का मजाक उड़ाने पर सुप्रीम कोर्ट ने समय रैना-अल्लाहबादिया को फटकारा
सुप्रीम कोर्ट ने दिव्यांगजनों का मजाक बनाने के मामले में रणवीर अल्लाहबादिया और समय रैना को कड़ी फटकार लगाई है। कोर्ट ने कहा कि दूसरों की भावनाओं को ठेस पहुंचाकर मनोरंजन या पैसे कमाना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट ने दिव्यांगों पर अनुचित टिप्पणी को लेकर रणवीर अल्लाहबादिया और समय रैना को फटकार लगाई।
India's Got Latent controversy: शो 'इंडियाज गॉट लेटेंट' के चलते विवादों में रहे कॉमेडियन समय रैना और रणवीर अल्लाहबादिया को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को अहम सुनवाई हुई। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने दिव्यांगजनों पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों को लेकर अल्लाहबादिया और समय रैना को जमकर फटकार लगाई। कोर्ट ने दोनों को आदेश दिया कि वे अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सार्वजनिक रूप से माफी मांगते हुए वीडियो पोस्ट करें।
कोर्ट ने केंद्र सरकार और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (IB मिनिस्ट्री) को भी निर्देश दिया कि वे इस प्रकार की ऑनलाइन सामग्रियों के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश बनाएं ताकी भविष्य में इस तरह की प्रक्रिया दोबारा न हो।
वीडियो बनाकर माफी मांगे: सुप्रीम कोर्ट
बताते चलें, शो में रणवीर और समय ने दिव्यांगों पर कमेंट करते हुए मजाक उड़ाया था। सुनवाई के दौरान जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमाल्य बागची की पीठ ने कहा,
"दिव्यांगजनों का मजाक उड़ाकर पैसा कमाना बिल्कुल अस्वीकार्य है। आपको अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर वही माफीनामा पोस्ट करना होगा जो आपने अदालत में दिया था।"
"ये कोई फ्रीडम ऑफ स्पीच नहीं"
जस्टिस बागची ने कहा,
"कॉमेडी को अच्छी तरह से लिया जा सकता है। लेकिन जब हम दूसरों पर हंसने लगते हैं और संवेदनशीलता का उल्लंघन करते हैं... तब यह प्रॉब्लमैटिक हो जाता है। ...और यही बात आज के सो-कॉल्ड सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर्स को समझना होगा कि उनके शब्दों का समाज पर गहरा असर पड़ता है।"
कोर्ट ने आगे कहा- "कॉमेडी का स्वागत है, लेकिन जब यह दूसरों की भावनाओं को आहत करने लगे, खासकर किसी विशेष समुदाय के प्रति, तो वह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं, बल्कि कमर्शियलाइजिंग स्पीच बन जाती है।"
क्या है विवाद?
इंडिया गॉट लेटेंट के एक एपिसोड में समय रैना पर आरोप लगे कि उन्होंने शो में स्पाइनल मस्क्यूलर अट्रॉफी (SMA) से पीड़ित एक नेत्रहीन का मजाक उड़ाया। इस मामले में एसएमए क्योर फाउंडेशन ने कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। उन्होंने समय रैना, विपुल गोयल, बलराज परमारजीत सिंह घई, सोनाली ठक्कर और निशांत तनवर जैसे कॉमेडियनों पर दिव्यांगजनों को लेकर आपत्तिजनक चुटकुले बनाने का आरोप लगाया गया।
बताते चलें, इंडिया गॉट लेटेंट शो में रणवीर अल्लाहबादिया ने माता-पिता को लेकर एक अशलील कमेंट किया था जिसके चलते मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया था। कोर्ट ने पहले अल्लाहबादिया को गिरफ्तारी से अंतरिम राहत दी थी। बाद में उनकी टिप्पणियों को "अश्लील" और "समाज को शर्मसार करने वाली गंदी मानसिकता" का सबूत बताते हुए उनकी निंदा की थी।