Share Market: सेबी चेयरमैन के बयान से बाजार में मची हलचल, बीएसई और एंजल वन के शेयर भरभराकर गिरे
Tuhin Kanta Pandey on Equity derivatives: सेबी के चैयरमैन तुहिन कांता पांडे ने कहा कि इक्विटी डेरिवेटिव्स का टेन्योर (अवधि) बढ़ाने के लिए एक कंसल्टेशन पेपर जारी किया जाएगा। उनके इस बयान के बाद शेयर बाजार में खलबली मच गई।
सेबी चेयरमैन तुहिन कांता पांडे ने इक्विटी डेरेवेटिव्स को लेकर बड़ी बात कही है।
Tuhin Kanta Pandey on Equity derivatives: बॉम्बे स्टॉक एक्ससेंज और एंजल वन के शेयरों में गुरुवार को बड़ी गिरावट देखने को मिली। ऐसा सेबी चेयरमैन तुहिन कांता पांडे के एक बयान के बाद हुआ। दोपहर 1 बजे बीएसई का शेयर 5 फीसदी गिरकर करीब 2392 रुपये पर कारोबार करने लगा था। एंजन वन का शेयर भी करीब 5.5 फीसदी लुढ़कर गया और ये 2567 रुपये पर था। पांडे ने फिक्की के एनुअल कैपिटल मार्केट कॉन्फ्रेंस में कहा कि इक्विटी डेरिवेटिव की अवधि को बढ़ाना जरूरी है।
सेबी के अध्यक्ष तुहिन कांत पांडे ने गुरुवार को कहा कि सेबी डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट की अवधि बढ़ाने पर विचार कर रहा और संकेत दिया कि इस पर एक कंसल्टेंशन पेपर जल्द ही जारी किया जाएगा। उन्होंने फिक्की सम्मेलन 2025 में ये भी कहा कि नकद बाजार का दायरा बढ़ा है और तीन सालों में इसकी मात्रा दोगुनी हो गई है।
सेबी इक्विटी डेरेवेटिव्स की अवधि बढ़ाने पर विचार कर रहा
सेबी चेयरमैन ने कहा कि एफएंडओ सेगमेंट (फ्यूचर एंड ऑप्शंस) में क्वालिटी और संतुलन बनाए रखना अहम है। उन्होंने कहा, 'कैपिटल फॉर्मेशन में इक्विटी डेरिवेटिव्स की बड़ी भूमिका है। लेकिन, हमें क्वालिटी और संतुलन को पक्का करना होगा। हम इस बारे में हर पक्ष के साथ बातचीत करेंगे। डेरिवेटिव्स की अवधि और मैच्योरिटी बढ़ाने पर बात होगी। इसका हेजिंग और लॉन्ग टर्म इनवेस्टिंग के लिए बेहतर इस्तेमाल हो सकेगा।'
फिक्की कैपिटल मार्केट कॉन्फ्रेंस 2025 में पांडे ने कहा, 'आईपीओ बाजार तेजी से बढ़ रहा लेकिन निवेशकों के लिए प्री-लिस्टिंग जानकारी अक्सर नाकाफी होती है।'
पायलट परियोजना एक विनियमित प्लेटफॉर्म होगी। उन्होंने कहा कि यह धन उगाहने, खुलासे और निवेशकों को शामिल करने में अनावश्यक प्रक्रियाओं और समस्याओं की पहचान करेगी और उन्हें दूर करेगी। यह पूंजी की मांग और आपूर्ति दोनों को बढ़ावा देने के लिए उभरते क्षेत्रों, उत्पादों का पता लगाएगा।
(प्रियंका कुमारी)