Rapido Fined: 5 मिनट में ऑटो या 50 रुपये...' ऐसे एड चलाए, अब रैपिडो को लगा जोर का झटका

Rapido Fined:सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी ने रैपिडो पर 10 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। साथ ही कंपनी को भ्रामक विज्ञापनों की वजह से प्रभावित ग्राहकों को रिफंड का आदेश दिया है।

Updated On 2025-08-21 12:25:00 IST

रैपिडो पर सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी ने 10 लाख का जुर्माना ठोका। 

Rapido Fined: सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी ने राइड हेलिंग कंपनी रैपिडो पर कड़ी कार्रवाई की है। रैपिडो पर भ्रामक विज्ञापन चलाने के लिए 10 लाख रुपये का जुर्माना ठोका गया है, जिसमें पक्की सेवा और कैशबैक का वादा किया गया था। सीसीपीए ने रैपिडो को इन गुमराह करने वाले विज्ञापनों से प्रभावित कस्टमर्स को रिफंड करने का भी निर्देश दिया है।

यह जुर्माना उन शिकायतों के बाद लगाया गया है जिनमें कहा गया था कि रैपिडो के 'गारंटीड ऑटो' और '5 मिनट में ऑटो या 50 रुपये पाएं' जैसे लुभावने विज्ञापन चलाए और ग्राहकों को किए वादे पूरे नहीं किए। इन विज्ञापनों को ग्राहकों को गुमराह करने वाला माना गया।

रैपिडो पर 10 लाख का जुर्माना

सीसीपीए ने पाया कि 50 रुपये कैशबेक का वादा तो किया गया था लेकिन इसे नकद में देने के बजाए 'रैपिडो सिक्कों' के रूप में दिया गया था, जिनका इस्तेमाल केवल बाइक राइड के लिए किया जा सकता था, वे केवल सात दिनों के लिए वैध थे, और उन पर कुछ प्रतिबंध थे जो उनके मूल्य को सीमित करते थे। सीसीपीए के अनुसार, इससे अनुचित शर्तों के तहत सेवा का बार-बार उपयोग करने पर मजबूर होना पड़ा।

50 रुपये कैशबैक का वादा दिया रैपिडो कॉइन्स

प्राधिकरण ने कहा कि ये विज्ञापन न केवल भ्रामक थे, बल्कि लंबे समय तक चलाए गए थे, जिससे उनका प्रभाव बढ़ गया। आंकड़ों से पता चला है कि ये विज्ञापन 120 से अधिक शहरों में कई भाषाओं में 548 दिनों या लगभग डेढ़ साल तक प्रसारित किए गए थे।

रैपिडो ने शिकायतों पर भी ध्यान नहीं दिया

इस दौरान, रैपिडो को जून 2024 और जुलाई 2025 के बीच 1200 से ज़्यादा उपभोक्ता शिकायतें मिलीं। इनमें से लगभग आधी शिकायतें अनसुलझी रहीं। इन शिकायतों में ज़्यादा पैसे वसूलना, रिफंड में देरी, ड्राइवर का खराब बर्ताव और कंपनी द्वारा कैशबैक के वादे पूरे न करने के मामले शामिल थे।

अपने आदेश में, CCPA ने पाया कि रैपिडो ने 'उपभोक्ताओं को गुमराह करने के लिए एक ऐसा तरीका अपनाया जो गलती और चूक दोनों से प्रेरित है। इसने कहा कि कंपनी ने अपनी सेवाओं की बढ़ा-चढ़ाकर बताया और उन अहम शर्तों को छिपाया जो सीधे तौर पर उपभोक्ताओं को प्रभावित करती थीं।

आर्थिक जुर्माने के साथ, नियामक ने रैपिडो को भ्रामक विज्ञापनों को तुरंत वापस लेने का आदेश दिया है। कंपनी को सभी प्रभावित ग्राहकों को वादा किए गए 50 रुपये पूरे वापस करने और 15 दिनों के भीतर इसकी रिपोर्ट पेश करने को कहा है।

(प्रियंका कुमारी)

Tags:    

Similar News