क्या निफ्टी इस हफ्ते तोड़ देगा 421 दिन पुराना रिकॉर्ड? ये 5 अहम संकेत तय करेंगे आगे की दिशा

Updated On 2025-11-23 12:01:00 IST

National Stock Exchange (NSE)

एपी सिंह , मुंबई। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी में पिछले हफ्ते 0.6% की बढ़त देखने को मिली थी। इसके साथ ही यह इंडेक्स अपने उच्च स्तर 26,277 के करीब पहुंच गया है। गुरुवार को यह बीते 52 सप्ताह का नया हाई बनाते हुए 26,246.65 के स्तर तक जा पहुंचा, लेकिन शुक्रवार को हल्की गिरावट के साथ 26,068.15 पर आ गया। अब निवेशकों की नजर इस बात पर है कि क्या सोमवार से खुलने वाले बाजार में निफ्टी आखिर इस 421 दिन पुराने रिकॉर्ड को तोड़ पाएगा। चूंकि इस हफ्ते कोई बड़ा घरेलू डेटा जारी नहीं होना है, इसलिए बाजार की चाल पूरी तरह वैश्विक संकेतों, करेंसी मूवमेंट और एफआईआई की धारणा पर निर्भर रहेगी।

अमेरिकी बाजारों में मजबूती निफ्टी के लिए अहम संकेत

अमेरिकी बाजारों में मजबूती निफ्टी के लिए एक अहम संकेत हो सकती है। न्यूयॉर्क फेड के अध्यक्ष जॉन विलियम्स के इस बयान कि दरों में और कटौती की गुंजाइश है, ने वॉल स्ट्रीट में तेजी ला दी। डॉव, एसएंडपी 500 और नैस्डैक-तीनों इंडेक्स शुक्रवार को अच्छी बढ़त के साथ बंद हुए। इसका असर भारतीय बाजार पर भी सकारात्मक हो सकता है। दूसरी ओर, कुछ कंपनियों के कॉरपोरेट एक्शन इस हफ्ते निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण रहेंगे। कई स्टॉक्स एक्स-डिविडेंड ट्रेड करेंगे, जबकि एचडीएफसी एएमसी और थायरोकेयर के एक्स-बोनस भी मार्केट का ध्यान खींचेंगे।

बुधवार को बंद हो जाएगा इंफोसिस का बायबैक

साथ ही, इंफोसिस का ₹18,000 करोड़ का बायबैक बुधवार को बंद हो जाएगा, जिसके कारण इसमें हलचल बनी रह सकती है। हालांकि एफआईआई पिछले हफ्ते शुद्ध बिकवाल रहे और शुक्रवार को ही उन्होंने ₹1,700 करोड़ से ज्यादा की बिकवाली की। इसके विपरीत डीआईआई ने मजबूत खरीदारी की, जिससे बाजार को सपोर्ट मिला। टेक्निकल चार्ट बताते हैं कि निफ्टी हायर-टॉप और हायर-बॉटम पैटर्न बना रहा है, जो सकारात्मक संकेत है। 26,200 का रेजिस्टेंस अभी भी मजबूत है, लेकिन इसके ऊपर क्लोजिंग मिलने पर 26,300 के नए रिकॉर्ड का रास्ता खुल सकता है। 25,840 का स्तर इसके लिए अहम सपोर्ट रहेगा।

बाजार के चिंता की वजह बनी रुपए की कमजोरी

रुपए की कमजोरी फिलहाल बाजार के लिए चिंता का विषय बनी हुई है। शुक्रवार को रुपया 89.65 के नए सर्वकालिक निचले स्तर पर जा पहुंचा था। डॉलर इंडेक्स 100 के ऊपर जाने से रुपए पर और दबाव बन रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि रुपया जल्द 90 के स्तर को भी छू सकता है। कुल मिलाकर, निफ्टी इस बार रिकॉर्ड तोड़ पाएगा या नहीं, इसका फैसला अमेरिकी डेटा, डॉलर की ताकत, एफआईआई के रुख और वैश्विक बाजार के मूवमेंट पर ही निर्भर करेगा।

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