Stock Market: शेयर बाजार में लगातार चौथे दिन तेजी, निफ्टी 25100 के पार, सेसेंक्स भी हरे निशान पर

Stock Market: गुरुवार को भी भारतीय शेयर बाजार में तेजी नजर आई। निफ्टी और सेंसेक्स दोनों ने तेज शुरुआत की हालांकि, दोपहर में बाजार में थोड़ी सुस्ती आई।

Updated On 2025-08-21 13:00:00 IST

भारतीय शेयर बाजार में लगातार चौथे दिन तेजी नजर आई। 

Indian stock market 21 august: भारतीय शेयर बाजार में लगातार चौथे दिन कारोबारी सत्र की शुरुआत तेजी से हुई। बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी और सेंसेक्स में मजबूती नजर आई। फार्मा, तेल और गैस, बैंकिंग शेयरों में अच्छी बढ़त के चलते इसमें तेजी आई। वहीं, सुस्त शुरुआत के बाद आईटी शेयरों में ताज़ा खरीदारी ने भी बाजार को और मज़बूत किया। दोपहर करीब 12 बजे, सेंसेक्स 245 अंक या 0.30 प्रतिशत बढ़कर 82103 पर और निफ्टी 62 अंक या 0.25 प्रतिशत बढ़कर 25112 पर था। करीब 2 हजार शेयरों में तेजी दर्ज की गई। वहीं, 1300 से अधिक शेयरों में गिरावट आई।

दोपहर के समय, एनएसई पर रुझान मिले-जुले रहे। रियल्टी 1.1 प्रतिशत की बढ़त के साथ सबसे आगे रहा। इसके बाद फार्मा में 0.9 प्रतिशत और तेल एवं गैस में 0.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई। स्मॉलकैप और मिडकैप इंडेक्स ने भी बेहतर प्रदर्शन किया और क्रमशः 0.7 फीसदी और 0.3 फीसदी की बढ़त दर्ज की।

निफ्टी 25100 के पार

अन्य बढ़त वाले शेयरों में धातु 0.4 प्रतिशत, बुनियादी ढांचा 0.4 प्रतिशत, आईटी 0.3 प्रतिशत और बैंकिंग शेयरों में मामूली बढ़त दर्ज की गई। दूसरी ओर, एफएमसीजी 0.6 प्रतिशत लुढ़क गया, जबकि ऑटो 0.1 प्रतिशत की गिरावट के साथ स्थिर रहा।

ऑय़ल एंड गैस और फार्मा शेयरों में तेजी

डॉ रेड्डीज, सिप्ला, रिलायंस इंडस्ट्रीज, लार्सन एंड टुब्रो और बजाज फिनसर्व निफ्टी पर सबसे ज्यादा फायदे में रहे। सूचकांक में पिछड़ने वालों में टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, कोल इंडिया, पावर ग्रिड कॉर्प, बजाज ऑटो और जियो फाइनेंशियल सर्विसेज शामिल थे।

अमेरिका के मुकाबले भारतीय बाजार स्थिर

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के वी के विजयकुमार ने कहा, 'भारत और अमेरिकी बाज़ारों के बीच एक अंतर उभर कर आया है। जहां एक ओर अस्थिर मुद्रास्फीति की चिंता वॉल स्ट्रीट को नीचे खींच रही है, वहीं भारतीय शेयर बाज़ार साहसिक सुधार उपायों और स्थिर पूंजी प्रवाह के समर्थन से मज़बूत बने हुए हैं। जुलाई में 1.55 प्रतिशत पर कम खुदरा मुद्रास्फीति ने भी एमपीसी द्वारा एक और ब्याज दर कटौती की उम्मीदें बढ़ा दी हैं। हालांकि दुनिया के बाजारों में शंका के बीच आरबीआई सतर्क बना हुआ है।'

उन्होंने आगे कहा कि वैल्यूएशन अभी भी प्रमुख चिंता का कारण बना हुआ है। भारत की लॉन्ग टर्म ग्रोथ स्टोरी के कारण लार्ज-कैप का वैल्यूएशन ठीक दिख रहा, और मिड-कैप को अच्छी आय इनकम का सहारा मिला है। लेकिन स्मॉल-कैप शेयरों में तनाव दिख रहा, जिससे स्मॉल कैप फिलहाल बाज़ार का सबसे जोखिम भरा क्षेत्र बन गए हैं।

बीमा कंपनियों के शेयरों में कुछ तेजी देखी गई, जब ऐसी खबरें आईं कि हेल्थ इंश्योरेंस को वर्तमान में लगाए जा रहे 18 प्रतिशत GST से छूट मिल सकती है। बीमा पर GST मंत्री समूह (GoM) ने प्रस्ताव दिया है कि हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम को इस टैक्स से छूट दी जाए, जिसका उद्देश्य बीमा उत्पादों को अधिक किफायती बनाना और भारत के कम बीमा वाले बाजार में पैठ बढ़ाना है।

(प्रियंका कुमारी)

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