50% ट्रंप टैरिफ लागू: 10 लाख नौकरियों पर संकट, CTI ने सरकार को दिया ये सुझाव
अमेरिका द्वारा लागू 50% ट्रंप टैरिफ से भारतीय निर्यात प्रभावित। 10 लाख नौकरियों पर खतरा। CTI ने पीएम मोदी को लिखा पत्र। जवाबी टैरिफ की मांग। पढ़ें पूरी खबर
50% ट्रंप टैरिफ लागू, टेक्सटाइल से ज्वेलरी तक हर सेक्टर पर असर
Indian Job Loss Due to Tariff: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय उत्पादों पर लगाए गए 50% टैरिफ (Trump Tariff on India) का असर दिखने लगा है। भारत के टेक्सटाइल, लेदर, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटो पार्ट्स, केमिकल्स, सीफूड, जेम्स एंड ज्वेलरी जैसे प्रमुख सेक्टर्स से जुड़े एक्सपोर्टर परेशान हैं। व्यापारियों की परेशानी को देखते हुए चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (CTI) ने मोदी सरकार से जवाबी टैरिफ लगाने की मांग की है।
भारत को होगा भारी निर्यात नुकसान
CTI चेयरमैन बृजेश गोयल ने अमेरिकी की इस टैरिफ नीति से विभिन्न सेक्टर की 10 लाख नौकरियों पर संकट ( Job Crisis) बताया है। पीएम मोदी को पत्र लिखकर उन्होंने अमेरिका पर 50% का जवाबी टैरिफ लगाए जाने की मांग की है। कहा, जैसे तो तैसा जवाब देना होगा।
48 अरब डॉलर का एक्सपोर्ट प्रभावित
CTI चेयरमैन बृजेश गोयल, टैरिफ के चलते अमेरिका में भारतीय उत्पाद 35% तक महंगे हो जाएंगे। इससे अमेरिकी ग्राहक दूसरे देशों से खरीदारी शुरू कर सकते हैं। इससे 48 अरब डॉलर से ज्यादा का भारतीय निर्यात प्रभावित होने की आशंका है। ऑर्डर कैंसिल होने लगे हैं। डिमांड घटने से कंपनियों ने प्रोडक्शन भी कम कर दिया है।
सेक्टरवार संभावित गिरावट
- इंजीनियरिंग गुड्स: 1.7 लाख करोड़ के निर्यात पर संकट। 20-25% गिरावट की आशंका
- जेम्स एंड ज्वेलरी: 90,000 करोड़ रुपये का निर्यात प्रभावित
- इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स: 1.25 लाख करोड़ का निर्यात अमेरिका को, मांग घटने पर उत्पादन में कटौती की आशंका
रास्ते में माल का क्या होगा?
CTI महासचिव राहुल अदलखा और राजेश खन्ना ने भी चिंता जताई है। कहा, जिन कंपनियों ने माल पहले ही रवाना कर दिया है, उनके ऑर्डर्स को लेकर भी स्थिति साफ नहीं है। व्यापारी वर्ग में कन्फ्यूजन है कि आखिर अमेरिका के लिए डिस्पैच हो चुके समान पर तो टैरिफ नहीं लगाया जाएगा। इससे उन्हें भारी नुकसान हो सकता है।
50% जवाबी टैरिफ लगाने की मांग
CTI ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अमेरिका की "दादागीरी" का जवाब देने का आग्रह किया है। कहा, US पर भी 50% का जवाबी टैरिफ लगाकर सख्त संदेश देना चाहिए। साथ ही, अमेरिकी उत्पाद पर निर्भरता घटाने और नए जर्मनी, ब्रिटेन, सिंगापुर और मलेशिया जैसे विकसित देशों के साथ व्यापारिक साझेदारी बढ़ाने की सलाह दी है।