Bike Driving Tips: लंबे समय तक न चलाएं टू-व्हीलर; मांसपेशियों में खिंचाव, गर्दन और रीढ़ तक को बड़ा खतरा

Bike Driving Tips: टू-व्हीलर चलाना सुविधाजनक और कम लागत वाला हो सकता है, लेकिन यह रीढ़ की हड्डी से संबंधित बड़े जोखिमों को न्यौता देता है। खासकर लंबी दूरी की यात्रा करने वालों के लिए।

By :  Desk
Updated On 2024-09-26 18:38:00 IST
2-wheelers riding health risks

Bike Driving Tips: दोपहिया वाहन (टू-व्हीलर) की सवारी आपके लिए सुविधाजनक और किफायती हो सकती है, लेकिन यह लंबे समय तक ऐसा करना स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। इससे रीढ़ की हड्डी पर गंभीर प्रभाव पड़ सकते हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो लंबी दूरी तय करते हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार, लंबे समय तक दोपहिया वाहन चलाने से मस्कुलोस्केलेटल सिस्टम पर कई जोखिम हो सकते हैं, जिनमें कमर दर्द, गर्दन में खिंचाव और घुटनों में असुविधा जैसी आर्थोपेडिक समस्याएं शामिल हैं।

हेल्थ एक्सपर्ट्स ने बताईं बाइक राइडिंग की परेशानियां
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एमजीएम हेल्थकेयर के डायरेक्टर और सीनियर कंसल्टेंट डॉ. करूणाकरन ने बताया कि टू-व्हीलर चलाते समय चालक की पोजिशन रीढ़ की हड्डी (स्पाइन) पर अत्यधिक तनाव डालती है, जिससे दर्द और असुविधा होती है। सड़क से उत्पन्न कंपन और झटके भी कलाई और हाथों में चोट पहुंचा सकते हैं। डॉ. करूणाकरन के अनुसार, नियमित ब्रेक लेना, सीटिंग पोजिशन सही रखना और उचित गियर पहनने से इन जोखिमों को कम किया जा सकता है।

विशेषज्ञों ने बताया कि लंबे समय तक टू-व्हीलर चलाने से 7 मुख्य समस्याएं हो सकती हैं:

1) रीढ़ की समस्याएं: लंबे समय तक दोपहिया वाहन चलाने से रीढ़ की हड्डी में समस्याएं बढ़ती हैं। लंबे समय तक बाइक पर बैठे रहने से समय के साथ पीठ दर्द और अन्य समस्याएं हो सकती हैं।

2) कंपन और झटके से बढ़ती असुविधा: सड़क पर चलने से उत्पन्न कंपन और झटके रीढ़ की हड्डी पर सीधा असर डालते हैं, जिससे समस्याएं और बढ़ सकती हैं।

3) गलत पोजिशन से तनाव: बाइक चलाते समय बार-बार स्थिति बदलने से रीढ़ की मांसपेशियों और लिगामेंट्स पर दबाव पड़ता है, जिससे समस्याएं पैदा हो सकती हैं।

4) महिला के लिए चुनौतीपूर्ण पोजिशन: महिला चालकों के लिए सही बैठने की स्थिति न मिल पाने से पीठ और रीढ़ पर अतिरिक्त तनाव पड़ सकता है।

5) शॉक एब्जॉर्प्शन की कमी: बाइक में शॉक एब्जॉर्प्शन की कमी के कारण सड़क से उत्पन्न झटके सीधे रीढ़ की हड्डी को प्रभावित करते हैं।

6) स्थिर स्थिति से मांसपेशियों में थकान: लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठे रहने से मांसपेशियों में थकान और रक्त प्रवाह में कमी हो सकती है।

7) गर्दन दर्द और सर्वाइकल स्ट्रेन: बाइक चलाते समय गलत स्थिति और हेलमेट का भार गर्दन की मांसपेशियों पर अतिरिक्त दबाव डालता है, जिससे गर्दन में दर्द और अन्य समस्याएं हो सकती हैं।

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य स्वास्थ्य सलाह है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए विशेषज्ञों से सलाह जरूर लें)

(मंजू कुमारी)  


 

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