Car Tips: ओवरलोडिंग से आपकी गाड़ी को हो सकते हैं नुकसान, जानें कैसे बचाएं एक्स्ट्रा खर्च?
जब गाड़ी पर अतिरिक्त भार होता है, तो ब्रेक लगाने के समय ज्यादा बल की जरूरत पड़ती है। इससे ब्रेक पैड और डिस्क जल्दी खराब हो सकते हैं।
ओवरलोडिंग कार की उम्र और परफॉर्मेंस पर भी बुरा असर डालती है
Car Tips: भारत में बड़ी संख्या में लोग रोज़मर्रा के सफर या लंबी यात्राओं के लिए कार का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन कई बार लोग लापरवाही में अपनी गाड़ी की क्षमता से अधिक सामान या यात्रियों को बैठा लेते हैं। यह आदत न केवल असुविधाजनक होती है, बल्कि कार की उम्र और परफॉर्मेंस पर भी बुरा असर डालती है। आइए जानते हैं, ओवरलोडिंग करने से आपकी कार को कौन-कौन से नुकसान हो सकते हैं।
इंजन को भारी नुकसान
अगर कार में उसकी निर्धारित क्षमता से ज्यादा वजन रखा जाता है, तो सबसे ज्यादा दबाव इंजन पर पड़ता है। इंजन को जरूरत से ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे उसके पार्ट्स जल्दी घिसने लगते हैं। लगातार ऐसा करने से इंजन ओवरहीट या सीज भी हो सकता है, जिससे बड़ी मरम्मत का खर्च उठाना पड़ सकता है।
ब्रेकिंग सिस्टम पर असर
जब गाड़ी पर अतिरिक्त भार होता है, तो ब्रेक लगाने के समय ज्यादा बल की जरूरत पड़ती है। इससे ब्रेक पैड और डिस्क जल्दी खराब हो सकते हैं। नतीजा यह होता है कि ब्रेकिंग दूरी बढ़ जाती है और अचानक रुकने की स्थिति में हादसे का खतरा भी बढ़ जाता है।
सस्पेंशन हो सकता है कमजोर
हर कार को एक निश्चित भार वहन करने के हिसाब से डिजाइन किया जाता है। जब इस सीमा से ज्यादा वजन डाला जाता है, तो सस्पेंशन सिस्टम पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। लंबे समय तक ऐसा करने से सस्पेंशन डैमेज हो सकता है, जिससे गाड़ी की राइड क्वालिटी और स्टेबिलिटी दोनों प्रभावित होती हैं।
बढ़ जाता है मेंटेनेंस खर्च
ओवरलोडिंग न केवल कार के पार्ट्स को जल्दी खराब करती है, बल्कि इससे फ्यूल की खपत भी बढ़ जाती है। समय से पहले पार्ट्स बदलवाने और रिपेयर करवाने की वजह से मेंटेनेंस कॉस्ट बढ़ जाता है। यानी थोड़ी सी लापरवाही आपको लंबे समय में बड़ी जेब ढीली करने पर मजबूर कर सकती है।
(मंजू कुमारी)