अरूण जेटली ने कहा, UPA सरकार के निर्देश पर शाह को फंसाया गया
साल 2005 में सोहराबुद्दीन एंकाउंटर और 2006 में तुलसी प्रजापति एंकाउटर मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने अमित शाह को राहत दी है।;

इस फर्जी मुठभेड़ के आरोप कई बड़े पुलिस अफसरों पर लगे। जांच आगे बढ़ी तो इसकी आंच अमित शाह तक पहुंची। 24 जुलाई 2010 को शाह ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद सीबीआई ने 25 जुलाई 2010 को उनको गिरफ्तार कर लिया। अमित शाह करीब तीन महीने तक साबरमती जेल में रहे। इसके बाद उन्हें जमानत तो मिल गई लेकिन कोर्ट ने अमित शाह को गुजरात से बाहर रहने का आदेश दिया, क्योंकि सीबीआई ने आशंका जताई थी कि शाह जेल से बाहर आकर गवाहों और सबूतों को प्रभावित कर सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मामले की जांच कर रही सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में अमित शाह पर कई गंभीर आरोप लगाए।