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Raaj Kumar Anand News: दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री राज कुमार आनंद ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा हैं। उन्होंने दिल्ली सरकार पर एक के बाद एक कई आरोप लगाए हैं।

Raaj Kumar Anand Met LG: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली सरकार में मंत्री रहे राजकुमार आनंद ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उन्होंने एक के बाद एक कई आरोप सीएम केजरीवाल लगाया था। इस बीच अब उन्होंने उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने एससी, एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षण मानदंड का खुलेआम उल्लंघन समेत दिल्ली सरकार पर कई आरोप लगाए हैं। इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष के रूप में दलित महिला के नियुक्ति का प्रस्ताव दिया है।

राजकुमार आनंद ने ज्ञापन में क्या लिखा ?

राजकुमार आनंद ने एलजी के सौंपे पत्र में लिखा है कि सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद मैंने हालही में अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। लेकिन मुझे अभी तक यह नहीं पता चला है कि सीएम केजरीवाल को जेल में रहने के कारण मेरा इस्तीफा स्वीकार हुआ या नहीं।

इसके साथ ही उन्होंने लिखा है कि मंत्री के रूप में काम करते हुए मेरा सामना दिल्ली के गरीबों के नाम पर चल रहे फर्जीवाड़े और गलत कामों को छुपाने के लिए मीडिया में फैलाई जा रहे लगातार झूठ से हुए। जिसमें एससी, एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षण मानदंड का खुलेआम उल्लंघन किया हो रहा है। सलाहकारों, विशेषज्ञ और फेलो के रूप में हजारों की नियुक्तियां की गई हैं। लेकिन उसमें एसटी के लिए कोई मानदंड नहीं है।

आज @LtGovDelhi को ज्ञापन दे कर अरविंद केजरीवाल सरकार की दलित-पिछड़ा विरोधी सजिशों से अवगत कराया।
Social Welfare, SC/ST, DCW एवं Labour Deptt में व्याप्त व्यापक अनियमितायें मंत्री के तौर पर मैने स्वयं देखा है।
The duplicity of Chief Minister in words & deeds is shameful. pic.twitter.com/9g9sOmLCOC

— Raaj Kumar Anand (@RaajKumarAnand1) May 2, 2024

संविदा कर्मचारियों विशेषकर सफाई कर्मचारियों को नियमित करने के घोषणापत्र के वादे के बावजूद अभी तक कुछ नहीं किया गया। इनमें से अधिकतर कर्मचारी दलित समाज हैं। सफाई कर्मचारियों को वेतन भुगतान के लिए एमसीडी को देय धनराशि को जीएनसीटीडी ने जानबूझ कर रोक दी है। जिससे दलित समाज के कर्मचारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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श्रमिक कल्याण कोष में दिल्ली के लोगों से उपकर के रूप में एकत्र की गई है राशि 4271.37 करोड़ रुपये की राशि पड़ी हुई है। लेकिन हाशिए पर रहने वाले श्रमिकों के कल्याण के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया। इसी तरह से राजकुमार आनंद ने एक के बाद एक कई आरोप लगाते हुए एलजी को ज्ञापन सौंपा। 

इसके अलावा उन्होंने महिला आयोग की अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर लिखा है कि हम समावेशी प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए हाशिए पर रहने वाली महिलाओं की चिंता को प्रभावी ढंग से उठाने के लिए महिला आयोग के अध्यक्ष के रूप में एक दलित महिला की नियुक्ति का प्रस्ताव करते हैं। बता दें कि राज कुमार आनंद ने दस अप्रैल को आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा था कि मैं भ्रष्टाचार करने वालों के साथ काम नहीं कर सकता हूं। उधर, आप ने पलटवार में कहा था कि राज कुमार आनंद के घर छापामारी हुई, जिससे घबराकर ही उन्होंने पार्टी छोड़ी है। 

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