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दिल्ली एनसीआर के 200 से अधिक स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी रूसी मेल सर्विस के माध्यम से भेजी गई थी। यह सर्विस अपराधियों को खूब पसंद आती है। जानिये इसके पीछे कारण, साथ ही आरोपियों तक पहुंचने के लिए दिल्ली पुलिस ने क्या रणनीति बनाई है।

दिल्ली-एनसीआर में 200 से अधिक स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले आरोपी का सुराग लगाने में पुलिस जुटी है। अभी तक की जांच से पता चला है कि आरोपी ने धमकी वाली मेल भेजने के लिए रूसी मेल सर्विस इस्तेमाल की थी। यह सर्विस यूजर्स को गुमनाम रहने की सुविधा देती है। यही नहीं, अवैध गतिविधियों को छिपाए रखने में भी मददगार रहती है। ऐसे में यह सर्विस अपराधियों को खूब भा रही है। हालांकि दिल्ली पुलिस का प्रयास है कि आरोपी को पकड़ लिया जाए ताकि भविष्य में कोई भी ऐसी हरकत न कर सके। इसके लिए दिल्ली पुलिस इंटरपोल की भी मदद लेने का विचार कर रही है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली में यह पहला मामला नहीं है, जब रूसी मेल सर्विस का इस्तेमाल धमकी देने के लिए किया गया है। इससे पहले 12 अप्रैल 2024 को भी दिल्ली के सादिक नगर स्थित द इंडियन स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। यह धमकी भी मेल से भेजी गई थी और आरोपी ने मेल भेजने के लिए रूसी मेल सर्विस का इस्तेमाल किया था। हालांकि यह पहला मामला है, जब दिल्ली-एनसीआर के 200 से ज्यादा स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। ऐसे में पुलिस को शक है कि इसके पीछे गहरी साजिश हो सकती है। ऐसे में पुलिस ने इस मामले में आईपीसी और आईटी अधिनियम के तहत अपराधिक साजिश, गुमनाम संचार समेत अन्य आरोपों में केस दर्ज किया है।

आरोपी का रूस में होना जरूरी नहीं

कई लोगों के जेहन में सवाल होगा कि यह धमकी रूसी मेल सर्विस से मिली है, तो आरोपी रूस में बैठा होगा। बता दें कि ऐसा जरूरी नहीं है। यह धमकी VPN के इस्तेमाल से रूसी डोमेन .ru के माध्यम से भेजी गई थी। यह हुबहू ऐसा है, जैसे इंडिया के लिए कंट्री कोड शीर्ष-स्तरीय डोमेन .in है। यह वैसा ही है, जैसे कि GMail और Outlook दुनिया में कहीं भी अकाउंट बनाया जा सकता है, ठीक उसी तरह .ru का अकाउंट भी कहीं भी बनाया जा सकता है। यही कारण है कि आरोपी तक पहुंचना और भी कठिन हो जाता है।

अब दिल्ली पुलिस क्या करेगी

दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने मीडिया को बताया कि हम आरोपी पहुंचने के लिए इंटरपोल की मदद लेने का विचार कर रहे हैं। इस अधिकारी ने बताया कि इंटरपोल को पत्र भेजकर मदद मांगी जाएगी। ईमेल एड्रेस के लिए साइनअप करने वाले व्यक्ति की डिटेल मिल जाएगी तो जांच में आसानी होगी। साथ ही, रूसी मेल सर्विस से भी संपर्क किया जाएगा।

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दिल्ली पुलिस ने की यह अपील

बता दें कि बुधवार की सुबह सूचना आई कि स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। शुरू में तीन स्कूलों में बम होने की बात सामने आई थी, लेकिन देखते-देखते स्कूलों की संख्या बढ़ने लगी। ऐसे में दिल्ली पुलिस भी सकते में आ गई। हालांकि दो बार सर्च ऑपरेशन करने के बाद भी कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है। लेकिन, सोशल मीडिया पर खबर फैल रही है कि कुछ स्कूलों में संदिग्ध वस्तु मिली है, जिससे दिल्ली पुलिस छिपा रही है। वहीं, दिल्ली पुलिस ने बाकायदा इन खबरों को अफवाह बताया है और लोगों से अपील की है कि ऐसी अफवाहों से बचना चाहिए। 

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