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GST Collection Record:  देश में जीएसटी कर व्यवस्था जुलाई 2017 में लागू हुई थी। केंद्र ने मार्च 2024 में गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स का दूसरा सबसे बड़ा मंथली कलेक्शन (1.78 ट्रिलियन रुपए) किया था।

GST Collection Record: भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अप्रैल महीने में बड़ी खुशखबरी आई है, जिसने मोदी सरकार का खजाना भर दिया। देशभर में गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) कलेक्शन ने ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाया है। जीएसटी कलेक्शन पहली बार 2 लाख करोड़ रुपए (2 ट्रिलियन रु.) से ऊपर निकल गया, जो मजबूत आर्थिक विकास और कर जुटाने में प्रशासनिक कुशलता को दर्शाता है। रिफंड के मामले में अप्रैल का नेट जीएसटी रेवेन्यू 1.92 ट्रिलियन रु. रहा, जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 17.1% ज्यादा है।

GST कलेक्शन को लेकर सरकार ने क्या बताया?
- वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल में देश में ग्राहकों द्वारा की गई वस्तुओं और सेवाओं की खरीद बिक्री पर कर कलेक्शन 2.10 लाख करोड़ रुपए रहा। इसमें केंद्र और राज्यों द्वारा लिए गए जीएसटी के आंकड़े शामिल हैं। जो सालाना आधार पर 12.4% अधिक है। यह 13.4% तक के मजबूत घरेलू लेन-देन और 8.3% तक के इंपोर्ट में बढ़ोतरी को दर्शाता है।
- वित्त मंत्रालय के अनुसार, अप्रैल 2024 में मिले 2.10 लाख करोड़ GST में CGST का हिस्सा 43,846 करोड़ रुपए और SGST का हिस्सा 53,538 करोड़ रुपए है। IGST 99,623 करोड़ रुपए (माल के आयात पर लिए 37,826 करोड़ रुपए समेत) और 13,260 करोड़ रु. सेस शामिल है। सेस में माल के इंपोर्ट से मिले 1008 करोड़ रुपए भी शामिल हैं।

जीएसटी सिस्टम जुलाई 2017 में हुआ था लागू 
बता दें कि मार्च 2024 में केंद्र सरकार ने गुड्स और सर्विसेज टैक्स का दूसरा सबसे बड़ा मंथली कलेक्शन (1.78 ट्रिलियन रुपए) किया था। कर विशेषज्ञों के अनुसार, कलेक्शन में लगातार उतार-चढ़ाव व्यक्तिगत घरेलू आर्थिक वृद्धि के संकेत है। देश में जीएसटी सिस्टम जुलाई 2017 में लागू किया गया था। 

GST के आंकड़े अर्थव्यवस्था की मजबूती का संकेत
KPMG के भागीदार और राष्ट्रीय प्रमुख अभिषेक जैन ने कहा- जीएसटी कलेक्शन में लगातार वृद्धि के साथ सबसे अधिक रेवेन्यू जुटाना एक बड़ी उपलब्धि है। यह गर्व के क्षण हैं, खासतौर से उन घरेलू लेन-देन की बढ़ोतरी के संबंध में जो 13.4% और आयात  8.3% है। जीएसटी कलेक्शन के आंकड़े भारतीय अर्थव्यवस्था के मजबूती और तेजी से व्यापार गठित होने का संकेत है। नए संगठन जीएसटी प्रणाली का हिस्सा बनकर मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं।

राज्यों में कौन सबसे आगे? 
जीएसटी कलेक्शन के आंकड़ों के मुताबिक, टैक्स के जरिए राज्यों से मिले रेवेन्यू के मामले में महाराष्ट्र सबसे आगे है। यहां 37,671 करोड़ रुपए कलेक्शन हुआ। दूसरे नंबर पर कर्नाटक 15,978 करोड़ रुपए और तीसरे स्थान पर गुजरात 13,301 करोड़ रुपए रहा है। बता दें कि केंद्र सरकार को पिछले वित्त वर्ष (FY 2023-24) में कुल 20.14 लाख करोड़ जीएसटी प्राप्त हुआ। 

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