Donald Trump Warns of Bloodbath: अमेरिका में नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव होंगे। इससे पहले बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप तेज है। संभावित रिपब्लिकन उम्मीदवार और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को ओहियो में एक रैली में कहा कि नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव अमेरिकी इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण तारीख होगी। उन्होंने व्हाइट हाउस के लिए अपने अभियान को देश के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ बताया। उन्होंने चुनाव न जीतने पर रक्तपात (खून खराबा) होने की भी चेतावनी दी। फिलहाल, बाइडेन की टीम ने ट्रंप पर पलटवार किया है। 

नवंबर की तारीख याद रखना
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि 5 नवंबर की तारीख, इसे याद रखें। मेरा मानना ​​है कि यह हमारे देश के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण तारीख होगी। राष्ट्रपति जो बाइडेन सबसे खराब राष्ट्रपति हैं। मेक्सिको में कारें बनाने और उन्हें अमेरिकियों को बेचने की चाइनीज प्लानिंग की उन्होंने बात की। ट्रंप ने कहा कि हम सीमा पार से आने वाली हर कार पर 100 फीसदी टैकस लगाने जा रहे हैं। अगर मैं चुना जाता हूं तो वे उन कारों को बेचने में सक्षम नहीं होंगे। अब अगर मैं निर्वाचित नहीं हुआ तो यह पूरे देश के लिए एक रक्तपात की तरह होगा। हालांकि ट्रंप के इस बयान का मतलब क्या है? यह अभी स्पष्ट नहीं है।  

हिंसा के प्रति स्नेह रखते हैं ट्रंप
जैसे ही ट्रंप का बयान वायरल हुआ, बाइडेन की टीम ने एक बयान जारी कर निंदा की। बाइडेन के चुनावी अभियान के प्रवक्त जेम्स सिंगर ने कहा कि अमेरिका की जनता ट्रंप को चुनाव नहीं जिताएगी। उन्होंने कहा कि ट्रंप एक और 6 जनवरी चाहते हैं, लेकिन अमेरिकी लोग इस नवंबर में उन्हें एक और चुनावी हार देने जा रहे हैं। क्योंकि वे उनके उग्रवाद, हिंसा के प्रति उनके स्नेह और बदला लेने की उनकी प्यास को अस्वीकार करते रहेंगे।

बाद में बिडेन ने वाशिंगटन में एक रात्रिभोज में बात की, जहां उन्होंने इतिहास में एक अभूतपूर्व क्षण की चेतावनी भी दी। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता पर हमला हो रहा है। 2020 के चुनाव के बारे में झूठ, इसे पलटने की साजिश, 6 जनवरी के विद्रोह को गले लगाने की साजिश अमेरिकी गृहयुद्ध के बाद से हमारे लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा है।

क्या है 6 जनवरी की घटना?
साल 2021 में डोनाल्ड ट्रंप चुनाव हार गए थे। तब लोगों की भीड़ कैपिटल हिल (अमेरिकी संसद परिसर) में जबरन घुस गई थी। हिंसा में 10 पुलिसकर्मी घायल हुए थे। वहीं, भीड़ में शामिल 9 लोगों की जान गई थी।