सोशल नेटवर्किंग बनाने में कीट पतंगे अधिक होते हैं सक्रिय, वैज्ञानिकों ने किया शोध

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By - haribhoomi.com |22 Oct 2014 6:30 PM
जीवों के बीच की संरचना विभिन्न स्तरों -सेलुलर और अनुवांशिक पर बेहतरीन समन्वित प्रक्रिया पर निर्भर करती है।

समूह के भीतर रहने वाले विभिन्न कीटों की प्रजातियों में संवाद का अलग-अलग तरीका होता है। बड़े समूह में रहने वाली मधुमक्ख्यिां रासायनिक स्राव या फरोमोनेस का इस्तेमाल करती हैं जबकि छोटे समूह में रहने वाला ततैय्या सीधा शारीरिक संवाद का सहारा लेता है।
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