जानिए, क्या है आईएसआईएस और यह कैसे संचालित होती है?

लीवेंट दक्षिणी तुर्की से लेकर मिस्र तक के क्षेत्र का पारंपरिक नाम है। संगठन दावा करता है कि उसमें इराक के अलावा ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और कई यूरोपियन देशों के फाइटर्स शामिल हैं। इसके अलावा संगठन अमेरिका और अरब वर्ल्ड से भी बड़ी तादाद में लोगों के शामिल होने का दावा करता है। इराक में वर्ष 2006 में आतंकी संगठन अल-कायदा काफी सक्रिय था। इसका मुखिया अबु मुसाब अल-जरकावी था। अल-कायदा इराक में बहुसंख्यक शिया समुदाय के विरुद्ध युद्ध का माहौल बनाना चाहता था। अल-कायदा 2006 में अपने मकसद में कामयाब हो गया। दरसअल, यहां पर शियाओं के प्रमुख धर्मस्थल अल-अस्कारिया मस्जिद पर हमले किए गए।
शियाओं ने जवाबी हमले किए और तनाव बढ़ने लगा। वर्ष 2006 में ही इराक पर अमेरिकी फौजों के हमले में अल-जरकारी की मौत के बाद आईएसआईएस लगभग समाप्त हो गया था, लेकिन इराक से अमेरिकी सेना की वापसी के बाद यह दोबारा बढ़ने लगा। अल-कायदा ने 2006 में खुद को द इस्लामिक स्टेट इन इराक (आईएसआई) कहना शुरू कर दिया था, लेकिन अप्रैल 2013 में सीरिया पर कब्जे के बाद इसके साथ ‘एंड सीरिया’ भी जुड़ गया।
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